गर्भवती, नवजात और अजन्मे बच्चे से भी वसूली कर रही है सुक्खू सरकार : जयराम ठाकुर

जयराम ठाकुर ने कहा कि दुर्भाग्य यह है कि सुक्खू सरकार ने सुविधाएं छीनने के मामले में प्रसूता और गर्भवती महिलाओं को भी नहीं बख्शा। सुक्खू सरकार केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे जननी–शिशु सुरक्षा कार्यक्रम को फेल करना चाहती है। इसीलिए सुक्खू सरकार केंद्र सरकार द्वारा भरपूर सहयोग दिए जाने के बाद भी गर्भवती महिलाओं के साथ भेदभाव कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है जो देशवासियों की विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को सुनिश्चित करता है, जिसमें मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य, परिवार नियोजन, सार्वभौमिक टीकाकरण और प्रमुख बीमारियों का नियंत्रण शामिल है। इसी के तहत जननी–शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (जेजेएसके) चलाया जा रहा है। जिससे मातृ-शिशु को अधिकतम सुविधाएं प्रदान की जा सकें और मातृ-शिशु मृत्यु दर को नगण्य किया जा सके। लेकिन दुर्भाग्य है कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही दर्जनों योजनाओं और हिमाचल को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भरपूर आर्थिक सहयोग के बाद भी सुक्खू सरकार गर्भवती और प्रसूता महिलाओं, नवजात, यहाँ तक कि अजन्मे बच्चों से भी पैसे वसूल रही है। केंद्र सरकार द्वारा निःशुल्क किए जाने के बाद भी विभिन्न जांच के लिए पैसे ले रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र से भरपूर सहयोग मिलने पर राज्य सरकार को ऐसे मामले में बढ़चढ़ कर सुविधाएं देनी चाहिए लेकिन सरकार गर्भवती महिलाओं से अल्ट्रासाउंड समेत अन्य प्रकार की जांच के लिए भी पैसे ले रही है। इस बारे में जब भी मुख्यमंत्री से सवाल करो तो वह झूठ बोलकर निकल जाते हैं। केंद्र सरकार द्वारा सहयोग देने के बाद भी सुविधाएं छीनने के पीछे की मंशा को स्पष्ट करना चाहिए। जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार द्वारा 101.18 करोड़ का अनुदान जारी करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार भी जताया।