बरोटी और मंडप विद्यालयों में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत किशोरी मेले का आयोजन
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों पूजा और अनिका ने किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व और इससे जुड़ी सामाजिक भ्रांतियों के प्रति जागरूक किया तथा उन्हें इस विषय पर अपने अभिभावकों से खुलकर संवाद करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला के अध्ययन के अनुसार प्रदेश की लगभग 83.4 प्रतिशत किशोरियाँ मासिक धर्म के दौरान मंदिर नहीं जातीं और 53 प्रतिशत इस अवधि में भोजन नहीं बनातीं, जो समाज में अब भी व्याप्त कुरीतियों को को दर्शाता है।
पर्यवेक्षक सुमना और रमन सिंह ठाकुर ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के उद्देश्यों और गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर पर्यवेक्षक विनोद कुमार (धर्मपुर), आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ता, शिक्षकगण और स्थानीय गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।





