विद्यार्थियों के चहुमुखी विकास के लिए अध्यापक, अभिभावक, क्षेत्रवासी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें- राजेश धर्माणी

विद्यार्थियों के चहुमुखी विकास के लिए अध्यापक, अभिभावक, क्षेत्रवासी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें- राजेश धर्माणी
अक्स न्यूज लाइन बिलासपुर 17 अगस्त : 
 विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा व आधारभूत ढांचा उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार कुल बजट का 20 प्रतिशत बजट शिक्षा पर व्यय करती है ताकि विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सके यह बात नगर नियोजन, आवास एवं व्यवसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण, तकनीकी शिक्षा मन्त्री राजेश धर्माणी ने चुवाड़ी के राजकीय उच्च विद्यालय में लगभग 17.16 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित स्कूल के कमरों का उद्घाटन करने के उपरान्त सम्बोधित करते हुए कही। इसके अतिरिक्त 3.60 लाख रूपए पुराने भवन की मुरम्मत, पानी की टंकी, प्रार्थना सभा स्थल को मुरम्मत करवाने के लिए उपलब्ध करवाई गई है। इसके साथ ही स्कूल के चार कमरों में डिजिटल कक्षाएं, तीन कम्पयूटर, आईटी लैब भी के लिए धनराशि उपलब्ध करवाई गई है जिसका विद्यार्थियों को लाभ मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि नवनिर्मित कमरों के बनने से यहां पर शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को बेहतर वातावरण मिलेगा।  उन्हांेने विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य की कड़ी मेहनत करने को कहा। उन्होंने कहा कि जब विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते है तो अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षकों को भी खुशी की अनुभुति होती है। उन्होंने कहा कि इस स्कूल से शिक्षा ग्रहण करके निकले हुए विद्यार्थी वर्तमान में विभिन्न उच्च संस्थानों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है। उन्होंने कहा कि वह स्वंय भी इस स्कूल के विद्यार्थी रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के चहुमुखी विकास के लिए अध्यापक अभिभावकों के साथ-साथ क्षेत्रवासी भी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।

उन्होंने कहा कि स्कूलों में विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ यदि सम्बधित विषयों में वीडियो भी दिखाई जाए तो विद्यार्थियों को ज्यादा सीखने को मिलेगा। उन्होंने अध्यापकों से अहवान किया कि वे विद्यार्थियों को नई तकनीक का इस्तेमाल करते हुए पढ़ाएंगे तो वे ज्यादा रूची लेकर पढ़ाई करेगें। उन्होंने बताया कि घुमारवीं विधान सभा क्षेत्र के तीन हाई स्कूलों जिसमें तड़ौन, त्यून खास और चुवाड़ी के लिए कम्पयूटर दिये गये है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में ज्यादा सुधार की आवश्यकता है। कहा कि पूर्व में विद्यार्थियों को स्कूल में आने के लिए संसाधनों की कमी होती थी लेकिन वर्तमान में सभी सुविधाए घर द्वार पर मुहैया करवाई जा रही है। विद्यार्थियों को हर विषय में ऑल-राउन्डर बनाना है  इसके लिए अध्यापकों को विशेष प्रयास करने होगें ताकि विद्यार्थी हर क्षेत्र में कामयाब हो और समाज के लिए एक उदाहरण पेश कर सके।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी गांवों में बेहतर सुविधा पहुचाने के लिए कार्य कर रही है। सड़के क्षेत्र विकास की जीवन रेखाएं होती है। विधान सभा के हर गांव तक सड़क सुविधा पहुचें उनकी प्राथमिकता है। उन्हांेने बताया कि विधान सभा क्षेत्र में विभिन्न सम्पर्क सड़कों पर करोड़ों रूपये की धनराशि व्यय की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भीषम परिस्थितियों में भी विकास को गति प्रदान कर रही है और समाज के सभी वर्गों का कल्याण सुनिश्चित बनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि स्कूल की चारदिवारी, नाली व मन्दिर के साथ अन्य कार्याें के लिए 15 लाख स्वीकृत किये गये है।