हिमाचल पहुंची महाराष्ट्र के सियासी संकट की आंच , चुनाव से पहले हिमाचल कांग्रेस को सता रहा हॉर्स ट्रेडिंग का डर-
शिमला
महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट की आंच अब हिमाचल प्रदेश में भी देखने के लिए मिल रही है. महाराष्ट्र में चल रहे महा सियासी ड्रामे के बीच हिमाचल कांग्रेस के नेताओं को हॉर्स ट्रेडिंग का डर सता रहा है।
हिमाचल कांग्रेस के महासचिव और शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह ने विधानसभा चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश में भी हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका जताई है। विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि देश भर में भाजपा दूसरे दलों की सरकार को तोड़ने का काम कर रही है।
ऐसे में अब हिमाचल कांग्रेस को भी विधानसभा चुनाव में टिकट सोच-समझकर बांटनी होगी , क्योंकि कांग्रेस को भी यह डर सता रहा है कि भाजपा उनके विधायकों को लालच देकर अपने पाले में लाने का काम कर सकती है।
अपने हर बयान से सियासी हलचल मचाने वाले विक्रमादित्य सिंह के इस बयान के बाद भी प्रदेश भर में हलचल देखने के लिए मिल सकती है। विधायक विक्रमादित्य सिंह के इस बयान के बाद सवाल यह भी है कि क्या कांग्रेस पार्टी को अपने विधायकों पर विश्वास नहीं है ?
इस बयान के बाद टिकट की दावेदारी और आपस में चल रही मारामारी के बीच कांग्रेस के टिकट के तलबगार को अब पार्टी के प्रति अपनी वफादारी की कसौटी पर खरा उतरना होगा।
साथ ही साथ सवाल यह भी है कि वफादारी का यह क्राइटेरिया सभी जिलों में लागू होगा भी या नहीं? क्योंकि कुछ जिलों के बड़े नेता पार्टी सर्वे को अपने जिले में लागू करने से इनकार कर चुके हैं।
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