कांग्रेस पार्टी अटल टनल रोहतांग में सोनिया गांधी के नाम की पट्टिका लगाना चाहती है, रणधीर शर्मा
शिमला, भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं श्री नैनादेवी जी विधान सभा के विधायक रणधीर शर्मा ने शिमला में प्रैस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में हुए विधान सभा चुनावो में जो प्रदेश की जनता ने जनमत दिया है, भाजपा उसे सम्मानपूर्वक स्वीकार करती है। उन्होनें कहा कि प्रदेश की जनता ने जो भाजपा को विपक्ष की भूमिका सौंपी है, भाजपा उसे बखूबी निभाएगी और जनहित के मुद्दों को सरकार के समक्ष उठाएगी।
रणधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब कोई सत्तासीन पार्टी बेहद मामूली अंतर से सरकार बनाने से पिछड़ी है। उन्होनें कहा कि एक प्रतिशत से भी कम अंतर से भाजपा प्रदेश में सरकार बनाने से चूकी है। केवल 37574 मतों का अंतर दोनों पार्टियों के बीच रहा जोकि बहुत कम है, फिर भी भारतीय जनता पार्टी अपने सभी कार्यकर्ताओं का, जिन्होनें दिन-रात पार्टी के लिए काम किया और प्रदेश के मतदाताओं का आभार व्यक्त करती है जिन्होनें भारतीय जनता पार्टी को 18 लाख से अधिक मत दिए।
भाजपा नेता ने कहा कि हिमाचल की सत्ता अब कांग्रेस पार्टी के पास है और भाजपा कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू को बधाई और शुभकामनाएं देती है और आशवस्त करती है कि भारतीय जनता पार्टी एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी। उन्होनें कहा कि यदि कांग्रेस सरकार हिमाचल और हिमाचल की जनता के हित में काम करेगी तो भाजपा उन्हें भरपूर सहयोग देगी और यदि हिमाचल और हिमाचल की जनता के विरूद्ध काम होंगे तो भाजपा उतनी ही मजबूती के साथ जनहित में विरोध भी करेगी।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि चुनावों के पश्चात पहली ही प्रैस वार्ता में मुझे कहते हुए खेद हो रहा है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले ही दिन लिए गए निर्णय जनविरोधी हैं, जनता के हितों पर कुठाराघात है। उन्होनें कल जो निर्णय लिया कि 1 अप्रैल, 2022 के बाद पिछली सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों की समीक्षा होगी, दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकारें लगातार काम करती है परन्तु इस तरह बदले की भावना से काम करना यह किसी भी सरकार को शोभा नहीं देता और उसमें भी आगे बढ़कर यह बात कहना कि इस दौरान जो नए संस्थान बने या जो संस्थान स्तरोन्न्त हुए उन्हें रद्द करने के तुगलकी फरमान की भारतीय जनता पार्टी कड़ी निंदा करती है।
उन्होनें कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने प्रदेश की जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए अनेक संस्थान अनेक विभागों में खोले और उन्हें स्तरोन्नत भी किया। जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह सब काम किए, परन्तु सत्ता में आते ही सत्ता के नशे में उन सभी संस्थानों को डी-नोटीफाई करने का निर्णय एक तानाशाहीपूर्ण निर्णय है जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम हैै।