हेयर स्टाईल में कोई भी निश्चित स्टाइल नहीं है जिससे कि आप जवान दिखें....हेयर स्टाईलिंग कलर व केमिकल से परहेज़ करना चाहिए...

हेयर स्टाईल में कोई भी निश्चित स्टाइल नहीं है जिससे कि आप जवान दिखें....हेयर स्टाईलिंग कलर व केमिकल से परहेज़ करना चाहिए...

पुस्तक समीक्षा.......ब्यूटीफुल हेयर ब्यूटीफुल यू ..लेखकः जावेद हबीब
   

अक्स न्यूज लाइन -- नई दिल्ली , 23 जून - 2023

तीस वर्ष की आयु की महिलाओं को यह अहसास हो जाता है कि उन्हें कौन सा हेयर स्टाईल अपनाना चाहिए ओर वह उस हेयर स्टाईल में आरामदायक महसूस करती हैं। इस उम्र में महिलाऐं बालों के प्रति अपनी सोच बना चुकी होती हैं। चालीस वर्ष आयु की महिलाओं को बालों के प्रति ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है। इस उम्र में महिलाओं को अपनी लुक बनाए रखने के लिए सही ब्रश, स्टाइलिंग और पौषाहार की जरूरत होती है क्योंकि इस उम्र में महिलाओं के बाल कमज़ोर पतले होने लगते हैं व टूटने लगते हैं। इस उम्र की महिलाओं को सूखा मेवा, फल, तरल पदार्थ, विटामिन का सेवन करना चाहिए तथा जंक फूड से परहेज़ करना चाहिए। यदि आपके बाल कमज़ोर और पतले पड़ गए हैं तो आपको लम्बे बाल नहीं रखने चाहिए। अगर आपके बाल छोटे होंगे तो कोशिकाऐं स्वस्थ रहेंगी।
पचास व साठ साल की महिलाओं की हेयर स्टाइलिंग एक जैसी ही रहती है। इस उम्र में बाल छोटे रखने चाहिए और हेयर स्टाईलिंग कलर व केमिकल से परहेज़ करना चाहिए। इस उम्र में बालों पर ज्यादा प्रयोग कतई नहीं करने चाहिए क्योंकि इस उम्र में बालों के नुकसान की भरपाई संभव नहीं है, पुरूषों में पचास साल की उम्र के बाद बाल पतले और कमज़ोर हो जाते हैं तथा टूटने लगते हैं। इस उम्र में पुरूषों को संतुलित हेयर कट, उम्दा साईडबर्नस और प्रकृतिक रंगत के कलर प्रयोग करने चाहिए। जब भी बालों को कलर करें तो आपके बालों का कलर आपकी त्वचा की रंगत के अनुरूप होना चाहिए। अगर आपकी रंगत साफ है तो काले रंग के उपयोग से परहेज़ करें। कलर करते समय तकनीक, टोन और गुणवत्ता का खास ख्याल रखें। कलर को सही अनुपात में मिलाऐं तथा मिश्रण को बराबर अनुपात में लगाऐं।
हेयर स्टाईल में कोई भी निश्चित स्टाइल नहीं है जिससे कि आप जवान दिखें। अपने हेयर स्टाइलिस्ट से कहें कि वह ऐसा हेयर स्टाईल बनाए जोकि आपको जचता हो। हेयर ड्रेसर की तकनीक से आप युवा दिख सकते हैं क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति के बाल विशिष्ट होते हैं तथा इन पर एक जैसा स्टाइल  लागू नहीं किया जा सकता। अगर आप अपना हेयर टाईप जानना चाहते हैं तो टिशू पेपर का सहारा ले सकते हैं। सामान्यतः हेयर टाईप और त्वचा का टाईप एक जैसा ही होता है।

तैलीय  वालों को ठण्डे पाने में बाल धोने चाहिए क्योंकि गर्म पानी से ग्रंथियां प्रेरित हो जाती हैं जिससे ज्यादा तेल निकलता है। तैलीय बालों को बाल छोटे रखने चाहिए तथा तेलों को नियंत्रित करने के लिए मेंहदी का प्रयोग करना चाहिए। शुष्कबाल वालों को कैमिकल से परहेज़ करना चाहिए। आपके बालों की टाईप कैसी भी है सभी लोगों को खोपड़ी को साफ करने के लिए शैम्पू का प्रयोग करना चाहिए। हमेशा हल्का शैम्पू प्रयोग करना चाहिए। बालों को नियमित रूप से साफ रखना चाहिए क्योंकि अगर आपके बाल गंदे हैं तो वह कभी खूबसूरत नहीं हो सकते। अच्छी माइस्चराइज़िंग से बाल मुलायम होते हैं तथा पुरूष और महिला दोनों को 8-10 हफ्ते में बाल कटवाने चाहिए।
हमारे बालों को नियमित रूप से शैम्पू और सरसों के तेल की जरूरत होती है। खादी भंडार में बिकने वाला सामान्य शैम्पू सभी के लिए उपयोगी रहता है तथा महंगा शैम्पू खरीदने का कतई लाभ नहीं होता क्योंकि शैम्पू का काम मात्र बालों को साफ करना है। सरसों का तेल  बालों का सुपर हीरो होता है। इससे बालों की ग्रोथ होती है बाल झड़ने से रोकता है और बालों को सफेद होने से रोकता है। सरसों का तेल सभी टाईप के बालों को लाभ पहुंचाता है। इसे नहाने से पांच दस मिनट पहले बालों पर लगा लें और नहाती बार धो लें। बालों पर चम्पी करने से बालों के स्वास्थ्य पर कोई फर्क नहीं पड़ता बल्कि तेल को बालों पर आहिस्ता से लगाना चाहिए। सरसों तेल के अलावा नारियल, बादम जैतून व तिल का तेल भी बढ़िया होता है। गीले बालों को कभी कंघी न करें इससे बाल टूटने लगेंगे। तेल को गर्म करके बालों पर लगाने  की कतई जरूरत नहीं है बल्कि इसे सामान्य तापमान पर लगाना चाहिए।     

किताब का सारांशः हेयर स्टाईलिंग उत्पाद केवल प्रतिष्ठित कंपनियों से ही खरीदे जाने चाहिए तथा विशेषज्ञों से प्रमाणित करवा लिए जाने चाहिए। ब्लो 
हेयर  ड्रायर सिर की खाल से दूर रखने चाहिए क्योंकि यह 200 डिग्री सेलसयिस की ऊर्जा छोड़ते हैं जिससे खोपड़ी की त्वचा जल सकती है और बाल टूट सकते हैं।
2. ज्यादातर पुरूष छोटे बाल रखते हैं इसलिए इन्हें हेयर स्टाईलिस्ट से स्टाईल करवाना चाहिए क्योंकि गलत ढंग से स्टाईल किए गए छोटे बाल बहुत भद्दे लगते हैं।
3. महिला और पुरूषों को अपनी आयु के हिसाब से हेयर स्टाईल अपनाना चाहिए क्योंकि उम्र बढ़ने से बालों की बनावट में बदलाव आता है। युवा अवस्था में बाल घने, चमकदार व मुलायम होते हैं जबकि उम्र बढ़ने के साथ बाल पतले कमज़ोर और बेजान होने लगते हैं। जिसके चलते बालों की स्टाइलिंग उम्र के हिसाब से की जानी चाहिए।
4. आपका हेयर स्टाईल आपके चेहरे की बनावट और बालों की संरचना के अनुरूप होना चाहिए।
5--. भारत में बालों के प्रति जागरूकता का अभाव है। अक्सर देखा गया कि 40 या 50 वर्ष की महिलाएं भी हिप तक लम्बे बाल रखती है जोकि उनको कतई नहीं जचते। इसलिए मेरा यह मानना है कि बालों की स्टाईलिंग उम्र, स्टेज, बालों की अवस्था के अनुरूप की जानी चाहिए।
6---. 20 वर्ष की उम्र में महिला किसी भी हेयर स्टाईल में मॉर्डन, आकर्षक और सुंदर  लगती हैं। इस उम्र में महिलाऐं एक स्टाईल या लुक के प्रति अटकी नहीं रहतीं बल्कि नए-नए प्रयोग करती है। 20 वर्ष की उम्र में महिलाओं के बाल बहुत तेजी से बढ़ते हैं और इसलिए वह बार-बार हेयर कट करती हैं तथा अलग-अलग स्टाईल अपनाती हैं।

लेखकः जावेद हबीब
किताबः ‘ब्यूटीफुल हेयर ब्यूटीफुल यू’
प्रकाशकः जयको प्रकाशन मुम्बई
कीमतः 450 रुपये
Dr. G.L.Mahajan , PhD New Delhi
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