ताल में आयोजित किया अनीमिया जागरुकता शिविर, महिला एवं बाल विकास विभाग ने पोषण माह के तहत किया आयोजन
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की डॉ. चारू शर्मा ने स्थानीय लोगों को अनीमिया रोग के संबंध में कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। उन्होंने अनीमिया के कारणों, लक्षणों, उपचार एवं रोकथाम के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि भोजन में लौह तत्व की कमी से हमारे शरीर में खून की कमी हो जाती है और इससे अनीमिया हो जाता है। डॉ. चारू शर्मा ने बताया कि महिलाओं एवं किशोरियों में यह बीमारी सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। उन्होंने बताया कि भोजन में पर्याप्त मात्रा में लौह तत्व युक्त और प्रोटीन युक्त आहार जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, अंकुरित दालें, गुड़, चना, विटामिन-सी से भरपूर भोज्य पदार्थों जैसे आम्बला, अमरूद, नींबू और संतरा इत्यादि शामिल करके हम बड़ी आसानी से अनीमिया से बच सकते हैं।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल कुमार ने पोषण माह के आयोजन के सभी विषयों जैसे शारीरिक विकास मापन, सही पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, प्रौद्योगिकी आधारित पारदर्शिता एवं पर्यावरण संरक्षण से लोगों को अवगत करवाया।
शिविर के दौरान 6 माह पूर्ण कर चुके स्थानीय 4 बच्चों के लिए अन्नप्राशन समारोह भी आयोजित किया गया। साथ ही स्थानीय पारंपरिक पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाली सभी महिलाओं को पुरस्कृत किया गया। आंगनवाड़ी केंद्र के प्रांगण में मोरिंगा पौधे का रोपण भी किया गया जो कि पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के सुपरवाइजर रवि कुमार, जेंडर स्पेशलिस्ट निशा एवं वंदना, क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और अन्य महिलाएं भी उपस्थित रहीं।