शराब माफिया और घोटालों की गारंटी , आम आदमी पार्टी : जम्वाल

शराब माफिया और घोटालों की गारंटी , आम आदमी पार्टी : जम्वाल

शिमला, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल ने कहा आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल इतना अधिक आत्ममुग्ध हो गए हैं कि वे स्वयं को कान्हा समझने लगे हैं, जबकि उनके मंत्रिमंडल के मंत्री शराब घोटाले, स्कूल निर्माण घोटाला, डीटीसी बस घोटाला आदि में संलिप्त हैं।  
त्रिलोक ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल दुनिया के एकमात्र मुख्यमंत्री होंगे, जिनके पास एक भी विभाग नहीं है, अर्थात बिना पोर्टफोलियो के मुख्यमंत्री हैं। केजरीवाल जी सिर्फ और सिर्फ ‘बयान बहादुर’ हैं, जिनके पास कोई काम नहीं है. कहा जाता है कि भष्टाचार की फाइल पर भी उनके दोस्त मंत्री ही हस्ताक्षर करते हैं।  
उन्होंने कहा आम आदमी पार्टी कट्टर बेईमान पार्टी है, जो अपने नेताओं को भ्रष्टाचार करके जेल जाने के लिए प्रोत्साहित करती है। अरविंद केजरीवाल अपने नेताओं को यही कहते हैं कि हमे कमीशन लाकर दो, भले ही तुम जेल चले जाओ। 
त्रिलोक ने कहा अन्ना हजारे जी ने पत्र लिखकर सही कहा था कि आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सत्ता का नशा चढ़ गया है। अरविंद केजरीवाल ने आज अपने जनप्रतिनिधियों की बैठक में झूठी बातों की पुलिंदा रखकर अन्ना हजारे द्वारा कही गयी बातों को चरितार्थ कर दिया है। 
अरविंद केजरीवाल को देश की न्यायिक व्यवस्था पर भी भरोसा नहीं है, ऐसा लगता है कि देश की न्यायिक व्यवस्था से बड़ा अरविंद केजरीवाल का सर्टिफिकेट हो गया है। क्या वे जिसे ईमानदार कह देंगे, तो वह ईमानदार और जिसे भ्रष्टाचारी कह देंगें, तो भ्रष्ट हो जाएगा?
अरविंद केजरीवाल के अनुसार जेल जाने वाले भ्रष्टाचारी व्यक्ति को भारत रत्न दिया जाना चाहिए, जैसे जेल जाने वाले सत्येन्द्र जैन, अमानतुल्लाह खान आदि को भारत रत्न मिलना चाहिए। 
देश या राज्य में जब भी कोई चुनाव होता है तो अरविंद केजरीवाल की नौटंकी शुरू हो जाती है। गुजरात चुनाव के पहले भी केजरीवाल की नौटंकी शुरू हो गयी है। 
उन राज्यों में जाकर अरविंद केजरीवाल कहते हैं, हमारा सर्वे रिपोर्ट आ गया है जी, जिसके अनुसार आम आदमी पार्टी ही जीतने वाला है, बाकी सभी लोग डरे हुए हैं। 
त्रिलोक ने कहा केजरीवाल ने इस प्रकार की बातें हिमाचल प्रदेश में भी कह रहे थे किन्तु आज हिमाचल में आम आदमी पार्टी का कहां चली गयी है, यह किसी को पता नहीं। 
उत्तरखंड में भी केजरीवाल जी ने जीतने का दावा किया था और अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के नाम की भी घोषणा कर दी थी, किन्तु उत्तरखंड में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने ही पार्टी छोड़ दी। 
आश्चर्य यह है कि अरविंद केजरीवाल ने अबतक अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन पर हमला कैसे नहीं बोला?  वे कभी भी कह सकते हैं कि अमेरिका में भी आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता बहुत ज्यादा बढ़ गयी है। इस कारण जो बाइडेन आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल जी से डरे हुए हैं, क्योंकि केजरीवाल की ‘हो-हल्ला अर्थात मोहल्ला क्लीनिक’ आदि की विश्वभर में चर्चा हो रही है। इस कारण अब डरना तो जो बाइडेन को है, बाकी सब लोग पहले से डरे हुए हैं। 
दिल्ली एवं पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद अरविंद केजरीवाल आत्मुग्धता के शिकार हो गए हैं। वे अपने आपको कान्हा मानने लगे हैं। हास्यापद है कि शराब कमीशन चोर अब अपने आपको माखन चोर से तुलना करने लगे हैं।
हिन्दुस्तान को आजाद कराने वाले महात्मा गांधी ने स्वयं को भारत का सेवक बताया और एक साधारण व्यक्ति बने रहे। भारतीय जनता की पार्टी की 18 राज्यों में सरकार है और हमलोग अपने आपको देश का सेवक मानते हैं। लोकतंत्र में भगवान कोई है तो वह जनता जनार्दन है। 
कान्हा बने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान के परिचित के घर पर छापेमारी की गयी तो रेड करने वाले अधिकारियों के साथ मारपीट की गयी और बदसलूकी की गयी। ख़बरों के अनुसार, उनके घर से लाखो रुपए और हथियार भी बरामद हुए हैं। क्या यह अमानतुल्लाह खान कान्हा हैं? 
आम आदमी पार्टी के वार्ड पार्षद ताहिर हुसैन ने दिल्ली दंगे के दौरान अपने घर के छत पर बम, पेटोल बम, पत्थर एवं रॉड आदि रखे हुए था. दंगे का साजिशकर्त्ता भी ताहिर हुसैन ही था. क्या ऐसे लोग संविधान और लोकतंत्र बचाएंगे? क्या ये लोग भगवान हैं ? 
अरविंद केजरीवाल खुद को और अपने पार्टी के नेताओं को कट्टर ईमानदार बताते हैं, जबकि स्वतंत्र भारत के इतिहास में,  सबसे कम समय के अंदर अगर किसी भी चुनी हुई सरकार में सबसे ज्यादा मंत्रियों को भ्रष्टाचार के आरोप के कारण इस्तीफा देना पड़ा हो तो अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ही है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की नई नवेली सरकार बनने पर अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर को ईमानदार बताया था और कहा था कि भाजपा तोमर को फंसा रही है। जांच में जितेन्द्र तोमर की डिग्रियां फर्जी निकली। इसके बाद केजरीवाल ने जितेन्द्र तोमर को चुपके से मंडिमंडल से निकाल दिया, किन्तु पार्टी से नहीं निकाला। यह है कट्टर ईमानदारी।
महिलाओं के सम्मान के विषय में बात करने वाले अरविंद केजरीवाल के साथी संदीप कुमार राशन कार्ड बनाने में महिलाओं के साथ कैसा बर्ताव करता था, यह वायरल वीडियो देखकर सभी लोग जान गए। वरना केजरीवाल जी तो संदीप कुमार को भी बचाने में लगे हुए थे। इतना होने के बाद भी संदीप कुमार आम आदमी पार्टी में है। 
इसी तरह, अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्री असीम खान का वीडियो सामने आ गया, तो असीम खान को मंत्रिमंडल से निकालना पड़ा किन्तु वे आज भी अरविंद केजरीवाल की पार्टी में हैं। 
ये सभी भ्रष्टाचारी आज भी आम आदमी पार्टी में हैं और केजरीवाल सहित ये सभी लोग कान्हा बने हुए है और स्वयं की तुलना भगवान से कर रहे हैं। 
अरविंद केजरीवाल जी बताएं कि कोरोना संक्रमण के दौरान दिल्ली के कितने लोग ‘हो-हल्ला’ अर्थात मोहल्ला क्लीनिक में भर्ती हुए थे? एक भी ऐसा मोहल्ला क्लीनिक दिखा दें जहां आईसीयू बेड और आक्सीजन आदि की सुविधा दी गयी हो और कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की इलाज की गयी हो। सच्चाई यह है कि कोविड-19 के एक भी मरीज को मोहल्ला क्लीनिक में भर्ती नहीं किया गया। ये लोग काम कम और हो-हल्ला ज्यादा करते हैं । 
अरविंद केजरीवाल ने अपने जनप्रतिनिधियों की बैठक में भ्रष्टाचार का महिमामंडन किया है।
उन्होंने कहा लोकतांत्रिक मूल्यों का मजाक उड़ाते हुए केजरीवाल ने ऐलान किया कि सभी जनप्रतिनिधि जेल जाने के लिए तैयार हो जाओ, क्योंकि जेल जाना बूरी बात नहीं है।
केजरीवाल जी एक मुख्यमंत्री होने के बावजूद जनप्रतिनिधियों को कैसा संदेश देना चाहते हैं कि दो-चार सौ करोड़ का भ्रष्टाचार करो और जेल चले जाओ, फिर तो जमानत पर छूटकर बाहर आ जाओगे?
भारतीय न्यायिक व्यवस्था कभी भी पक्षपातपूर्ण रवैया के साथ काम नहीं करती है। चारा घोटाला में न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने पर ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को जेल जाना पड़ा।  न्यायालय ने लालू प्रसाद को भी अपना पक्ष रखने का मौका दिया था, तब कोर्ट का अंतिम फैसला आया। लालू प्रसाद को चारा घोटाल के खुलासा होने से लगभग 30 साल बाद ही सही, जेल जाना पड़ा। 
आश्चर्य यह है कि आम आदमी पार्टी के अनुसार सीबीआई-ईडी आदि के अधिकारी उन्हें जानकारी उपलब्ध करा देते हैं। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी के नेता कहते हैं कि सीबीआई-ईडी के माध्यम से उन्हें डराया धमकाया जा रहा है, यह अंतर्विरोध क्यों ?  
केजरीवाल कहते हैं कि उनके ट्रांसपोर्ट मंत्री कैलाश गहलोत जेल जाने वाले हैं अर्थात उन्हें पहले से जानकारी है कि किसने भ्रष्टाचार किया है और किन लोगों के पास दस्तावेज है। केजरीवाल जी किसी फाइल पर अपना हस्ताक्षर नहीं करते हैं, सारे फाइलों पर केजरीवाल के दोस्तों के हस्ताक्षर होते हैं, कहीं  मनीष सिसोदिया के, तो कहीं सत्येद्र जैन के। 
केजरीवाल जी ने आज आरोप लगाया कि सत्येन्द्र जैन केस में कोर्ट के जज बदल दिए गए, जबकि उन्हें मालूम होना चाहिए कि न्यायिक व्यवस्था की अपनी प्रक्रिया होती है। आम आदमी पार्टी के लोग चोरी भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़े जा रहे हैं, तो न्याय व्यवस्था पर उलटा-सीधा बोलने लगे हैं। 
शराब घोटाले की स्टिंग ऑपरेशन में जो बातें उभरकर सामने आई उससे स्पष्ट है कि मनीष सिसोदिया को मोटा माल मिला और अरविंद केजरीवाल जी तक शराब कमीशन के पैसे पहुंचे। अरविंद केजरीवल स्टिंग ऑपरेशन पर अबतक जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं? 
भारतीय जनता पार्टी सवाल पूछती है कि स्टिंग मास्टर अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाले के दो-दो स्टिंग पर अब तक क्या कार्रवाई की? 
सत्येन्द्र जैन के घर से कुछ नहीं मिला किन्तु उनके परिचितों के घर से करोड़ों रुपए नगद मिले। पूछताछ होने लगी तो केजरीवाल सरकार के मंत्री सत्येन्द्र जैन की याद्दाश्त चली गयी। सच्चाई यह है कि सत्येन्द्र जैन कट्टर भ्रष्ट हैं, इस कारण उन्हें आज तक जेल से जमानत तक नहीं मिली है।  
केजरीवाल कह रहे है कि पंजाब में जो बीज डाला वह पेड़ बन गया। केजरीवाल को मालूम होना चाहिए कि दस दिनों में बरगद का पेड़ नहीं, बल्कि कांटेदार झाड़ ही बनता है। दस दिनों के अंन्दर भ्रष्टाचार के वीडियो वायरल होने पर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री को मंत्रिमंडल से निकालना पड़ा। दरअसल, आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में लिपटे हुए कांटेदार झाड़ी है न कि छाया देने वाला कोई फलदार वृक्ष। 
केजरीवाल जी को ध्यान रखना चाहिए कि भारत की न्यायिक व्यवस्था और मीडिया बिल्कुल डरी हुई नहीं है। केजरीवाल की पार्टी ने सबको बहुत प्रलोभन देने की कोशिश की। आम आदमी पार्टी की सरकार तीन गुणा विज्ञापन देकर मीडिया को अपने पक्ष में करने की पूरी कोशिश की, मगर मीडिया कभी झुकी नहीं. केजरीवाल के गलत कामों में साथ देने से मीडिया ने इनकार कर दिया, तो अरविंद केजरीवल जी आज बौखलाए हुए नजर आए, वे मीडिया के बारे में भला-बूरा कहने लगे। 
अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि मोटा माल खाने वाले मनीष सिसोदिया के बारे में मीडिया कुछ नहीं दिखाए क्योंकि मीडिया को विज्ञापन देते हैं, जबकि केजरीवाल को मालूम होना चाहिए कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और भारत का लोकतंत्र परिपक्व एवं मजबूत है। 
देश को नम्बर वन बनाने की बात करने वाले अरविंद केजरीवाल को मालूम होना चाहिए कि नम्बर दो अर्थात गलत काम करने से भारत नम्बर वन नहीं बनेगा। 
शराब घोटाला करने, राशन कार्ड बनवाने में महिलाओ का उत्पीड़न, डीटीसी बस खरीदने में हजारों करोड़ का घोटाला, 500 नए स्कूल बनाने की सिर्फ घोषणा करने, आम आदमी पार्टी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा पंजाब में भ्रष्टाचार आदि करने से भारत नम्बर वन कभी नहीं बन पाएगा। 
सीएजी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली सरकार पर कर्ज का बोझ पिछले चार वर्षो में सात गुणा बढ़ गया है। 
उन्होंने कहा केजरीवल जी अपने शराब माफिया दोस्तों को 144 करोड़ रूपये माफ़ कर देते हैं और हजारों करोड़ का घोटाल कर रहे हैं, तो दिल्ली पर लगभग 3 हजार करोड़ रुपए का कर्ज तो होगा ही। केजरीवाल सरकार के बजट में सरप्लस दिखाया जाता है क्योंकि भारत सरकार दिल्ली प्रदेश के कर्मचारियों के पेंशन एवं  अन्य खर्च उठाती है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय दिल्ली के कानून व्यवस्था पर होने वाले खर्च उठाती है। 
दिल्ली के तुगलक गुजरात में मेधा पाटकर को नेता मानते हैं। जिस मेधा पाटकर ने गुजरात में विकास कार्यो को रोकने की पूरी कोशिश की थी। 
जिन लोगों ने सर्जिकल स्टाइक और एयर स्टाइक पर सवाल उठाया था, गरबी गुजरात की जनता उन पर विश्वास नहीं करती है। 
आर्मी भर्ती में रोक लगाने वालों पर गरबी गुजरात की जनता कभी विश्वास नहीं करती है। 
जेएनयू में जाकर “भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशा अल्लाह-इंशा अल्लाह” के नारे लगाने वालों का जो लोग समर्थन करते हैं, गरबी गुजरात की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। 
गरबी गुजरात की जनता दशकों से विकास पथ पर चल रही है और आगे भी चलती रहेगी।