शमशेर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में 2 वर्ष बाद भी नहीं लगे सोलर प्लांट
अक़्स न्यूज लाइन, नाहन-- 23 अप्रैल
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के बड़ी छात्र संख्या वाले स्कूलों में बिजली की बचत के लिए सोलर प्लांट लगाने की योजना शुरू की थी , जिसके तहत स्कूलों का बिजली का बिल शून्य करने के उद्देश्य से हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्कूलों में सोलर प्लांट योजना आरंभ की थी। इस योजना के तहत प्रथम चरण में हिमाचल प्रदेश के 11 स्कूलों को शामिल किया गया था , जिनमें से दो स्कूल जिला सिरमौर के भी थे। जिला सिरमौर के शमशेर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नाहन और वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पुरवाला शामिल था जिन स्कूलों में सरकार द्वारा हिम ऊर्जा की मार्फत सोलर प्लांट लगाए जाने थे।
हिमाचल प्रदेश काउंसिल फॉर साइंस टेक्नोलॉजी एंड एनवायरमेंट ( हिमकॉस्ट ) ने 3 अगस्त 2022 को हिमाचल प्रदेश के 11 स्कूल समेत निदेशक हिम ऊर्जा को पत्र जारी किया था जिसमें हिमाचल प्रदेश के 11 स्कूलों में रूफ टॉप सोलर एनर्जी प्लांट लगाए जाने थे।
इन सोलर प्लांट लगाने का मुख्य उद्देश्य जहां स्कूलों का बिल शून्य करना था। वहीं इसमें स्कूल के इको क्लब को भी जोड़ा गया था , ताकि इको क्लब के माध्यम से लोगों के बीच भी सोलर प्लांट लगाने को लेकर जागरूकता पहुंचाई जाए। मजेदार बात तो यह है कि जिन स्कूलों में रूफ टॉप सोलर एनर्जी प्लांट लगने थे उन स्कूलों ने करीब एक वर्ष पूर्व इंस्टॉलेशन चार्जेस भी जमा करवा दिए हैं।
बावजूद इसके भी सोलर प्लांट इन स्कूलों में नहीं लगे हैं। छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नाहन के प्रधानाचार्य राज कुमार चौहान ने बताया कि स्कूल ने एक वर्ष पूर्व हिम ऊर्जा को इंस्टॉलेशन चार्ज भी जमा करवा रखे हैं , लेकिन अभी तक स्कूल में रूफटॉप सोलर एनर्जी प्लांट नहीं लग पाया है जिसके चलते स्कूल में अब भी भारी भरकम बिल अदा करना पड़ रहा है।
हिम ऊर्जा के निदेशक नरेंद्र चौहान ने कहा कि जिला सिरमौर के दोनों स्कूलों में बिजली का लोड कम होने के चलते हिम ऊर्जा ने उनसे किसी भी प्रकार की राशि नहीं मांगी थी ,
लेकिन बाद में स्कूलों ने अपना लोड रिवाइज कर दिया जिसके चलते इन स्कूलों में रूफटॉप सोलर एनर्जी प्लांट लगाए जाने हैं। निदेशक हिम ऊर्जा ने बताया कि हिम ऊर्जा ने हिमाचल प्रदेश काउंसिल पर साइंस टेक्नोलॉजी एंड एनवायरमेंट ( हिमकॉस्ट ) से सोलर प्लांट इंस्टॉल करने के लिए 2362500 रुपये मांगे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही हिमकॉस्ट से यह राशि आती है। उसके तुरंत बाद हिम ऊर्जा द्वारा इसके टेंडर करवाए जाएंगे और चुनाव आचार संहिता हटते ही इसका कार्य आरंभ हो जाएगा। नरेंद्र चौहान ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के अन्य स्कूलों में रूफटॉप सोलर एनर्जी प्लांट इंस्टॉल हो चुके हैं।