प्रतिभा सिंह का सिरमौर दौरा आज कांग्रेस कमेटी में उपजी रार के थमने के आसार नही
-सम्मेलन के बाद कुं वर अजय बहादूर देगें इस्तीफा
नाहन,11 जून : राज्य कांग्रेस अध्यक्षा प्रतिभा सिंह के दौरे से पहले जिला कांग्रेस क मेटी में उपजी रार के थमने के कोई आसार नही है। विरोध करने वाले नेताओं का आरोप है कि जिला में भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन करने में जिला कांग्रेस कमेटी विफल रही है। चंद लोग इक_े होकर जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा पर आ जाते है। लंबे अरसे से नियमित रूप से जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक नहीं हुई है। जब कोई पार्टी का नेता पहुंचता है तब कार्यक्रम कर लिया जाता है। यह पार्टी के लिए सही नहीं है। चुनावी साल है कांग्रेस सत्ता में आने का आना चाहती है। सम्मेलन के बाद कुं वर अजय बहादूर इस्तीफा क ी बात कर रहे है। प्रतिभा सिंह के लिए भी यह सकं ट क ी घड़ी होगी क्योंकि अपने पहले दौरे में उन्हे पार्टी के भीतर उठे घामासान का सामना करना पडेगा।
हैरत की बात यह कि वर्चस्व की जंग में शामिल सभी नेता स्व. वीरभद्र सिहं के समर्थक रहे है। सियासी माहिरों का कहना है कि चुनावी समर में कांग्रेस में आपसी कलह संगठन को नुकसान देगी। कांग्रेस कमेटी के बीच हो रहे घमासान को निपटने केलिए प्रतिभा सिंह क्या करेगीं यह तय होना बाकि है। अजय बहादूर सिंह का इस्तीफा होगा या दूसरे खेमे का दबाव काम आएगा यह सब कांगेस अध्यक्षा के फैसले पर टिका है।
इसी बीच जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय बहादुर सिंह ने साफ कह दिया है वो ऐसी कोई हरकत बर्दास्त नही करगें कल हुए प्रकरण क ो लेकर रविवार सम्मेलन मे प्रतिभा सिंह से मिलने के बाद पद से इस्तीफ ा उन्हे सौंपगें। जिला अध्यक्ष ने फिर कहा कि पद के उनके लिए कोई मायने नही है। वो पार्टी के सिपाही थे और संगठन के लिए काम करगें । लेकि न पार्टी अध्यक्ष के सामने पार्टी के इन नेताओं की सियासी चालों का जो पुर्व में हुई है का खुलासा भी करगें।
उधर विधानसभा में डिप्टी सीएलपी शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा उनकी लड़ाई भाजपा से है क ांगेस से नही। विधानसभा चुनाव जीतने के लिए पद वाले नहीं, कद वाले नेताओं की जरूरत है। उनका विरोध कांग्रेस पार्टी या राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नहीं है। ऐसे में वो कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ सम्मेलन में जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज संगठन में चाहे वो सिरमौर हो या राज्य के अन्य जिले मनमर्जी से अपने चम्मचों को पदों की बंदरबांट हो रही है। बहूत से नेता अपने चहेतों को पदों पर बिठा रहे हैं। जिनका कोई वजूद नही है। ऐसे में पार्टी के निष्ठावान व कद्दावर नेताओं की लगातार अनदेखी हो रही है। चौहान ने साफ किया हमारी लड़ाई भाजपा से रही है भाजपा को हराने से पहले संगठन
में ऐसे लोगों को किनारे करना होगा जिनका कोई जनाधार नहीं है तथाकथित नेताओं बलबूते पर पदों पर टिके है। उन्होंने कहा कि आज संगठन को चलाने के लिए पद वाले नेताओं की जरूरत नहीं है ब्लकि ऐसे कद वाले नेताओं की जरूरत है जिनकी जनता के बीच पकड़,जो भाजपा का मुकाबला करने में सक्षम हो। चौहान क हा कि संगठन का नुकसान गुटबाजी से होता है। लेकि न गुटबाजी कहां नहीं है भाजपा में भी है मतभेद होते हैं लेकिन समय रहते आलाकमान को निपटाना चाहिए अन्यथा चुनाव में खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए । राज्य स्तर पर भी कद्दावर नेताओं की पार्टी में अनदेखी हो रही है।