वर्तमान कांग्रेस सरकार मुद्दों से भाग रही है..... बिंदल

वर्तमान कांग्रेस सरकार मुद्दों से भाग रही है..... बिंदल

22 लाख महिलाएं 1500 रू प्रति महीना, किसान दूध खरीदने की पॉलिसी, बेरोजगार एक लाख रोजगार का इंतजार कर रहा है........
अक्स न्यूज लाइन ..शिमला, 02 जुलाई - 2023
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा भारतीय जनता पार्टी का यह स्पष्ट मानना है की वर्तमान कांग्रेस सरकार मुद्दों से भाग रही है।
जनहित के मुद्दे स्पष्ट है और दीवारों पर लिखे हुए हैं, वह मुद्दे है चुनाव में दी गई गारंटीया। आज वर्तमान सरकार के 8 महीने हो आए पर प्रदेश की 22 लाख महिलाएं 1500 रू प्रति महीने का इंतजार कर रही है। पर सरकार इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दे रही है। 
किसान गोबर के ढेर लगा कर बैठा है, किसानों ने लाखों लाखों रुपए खर्च करके पशु खरीद लिए है ,परंतु प्रदेश में दूध खरीदने के बारे में कोई पॉलिसी नहीं आई है। किसान ऋण के पैसे का ब्याज भर रहा है, दूध 40 रू प्रति लीटर बिक रहा है। इस दूध के खरीद की गारंटी कांग्रेस नेताओ ने 100 रू प्रति लीटर की दी थी।
प्रदेश में बेरोजगारो को एक लाख रोजगार, एक लाख नौकरियां पहले साल में मिलनी थी और हर साल एक लाख की गारंटी देते हुए 5 लाख नौकरियां देने की गारंटी चुनाव के समय कांग्रेस पार्टी ने दी थी। 
एक साल पूरा होने को आया है, एक भी व्यक्ति को नौकरी नहीं मिली है अपितु हजारों लोग नौकरी से निकाले जा चुके हैं, कई विभागों में तो आउटसोर्स कर्मचारियों को सैलरी तक नहीं मिल रही है ।
इसके अलावा 7 गारंटीयां और है जो कांग्रेस पार्टी ने चुनावों में जनता को दी थी।
भाजपा सीधा-सीधा सुक्खू सरकार से जानना चाहती है कि वह गारंटीयां क्यों नहीं पूरा कर रहे और जनता को बरगला क्यों रहे हैं।
कांग्रेस सरकार ने भाजपा की जयराम ठाकुर सरकार द्वारा खोले गए 1000 संस्थान बंद किए। आज 8 महीने हो गए हैं कांग्रेस सरकार ने आज तक इस बात का जवाब नहीं दिया की यह संस्थान क्यों बंद किए गए।
चिकित्सालय चल रहे थे, डॉक्टर बैठा हुआ था पर सस्थान बंद कर दिए। तहसीलें, उपतहसीलें, पटवार सर्कल, एसडीएम के दफ्तर, एक्सईएन, एसडीओ, जेई के दफ्तर सब चल रहे थे। इस सरकार ने सब बंद कर दिए।
आज तक प्रदेश की जनता यह पूछ रही है की यह संस्थान बंद क्यों किए। यह कांग्रेस सरकार की 10 गारंटीयों का हिस्सा नहीं था, जो गारंटी नहीं दी वह पूरी कर रहे हैं और जो गारंटी दी है उसको पूरा ना करके अलग-अलग मुद्दों की तरफ ध्यान भटकाने में लगे हैं।