नाहन : पंच परिवर्तन से समाज परिवर्तन*:- अनिल कुमार

नाहन : पंच परिवर्तन से समाज परिवर्तन*:- अनिल कुमार

अक्स न्यूज लाइन नाहन  05 अक्तूबर  :  
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का खण्ड एकत्रीकरण: अनुशासन,एकता और समरसता का संदेश
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कालाअम्ब द्वारा 05 अक्तूबर 2025 को संघ शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में खण्ड एकत्रीकरण एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ शस्त्र पूजन एवं ध्वजारोहण से हुआ जिसमें स्वयंसेवकों ने अनुशासनपूर्वक भाग लिया। इसके पश्चात पूर्ण गणवेशधारी स्वयंसेवकों का पथ संचलन निकाला गया, जिसमें स्थानीय नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत गर्मजोशी के साथ किया और संघ के प्रति अपना गौरव एवं सम्मान प्रकट किया। इस अवसर पर लगभग 211 स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में तथा समाज से 80 से अधिक बंधु-भगिनी उपस्थित रहे। 
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रिटायर्ड सूबेदार ज्ञान बहादुर जी रहें। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सोलन विभाग प्रचारक श्रीमान अनिल जी उपस्थित रहे।
 
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ज्ञान बहादुर जी ने कहा कि संघ ने अपने स्वयंसेवकों के अंदर राष्ट्रभक्ति के भाव को कूट- कूट भरा है।राष्ट्रभक्ति का  प्राकट्य स्वयंसेवकों द्वारा पाकिस्तानी कबाइलीयों द्वारा सन् 1947 में कश्मीर पर आक्रमण 1947,भारत चीन युद्ध सन् 1962 में सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करके दिया। उन्होंने कहा कि संघ द्वारा अनेकों सेवा कार्य समाजहित में किए जा रहे हैं,इन सेवा कार्यों में हम सभी सामाजिक बंधुओ को भी सहयोग करना चाहिए  ।

अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्य वक्ता श्रीमान अनिल जी ने कहा कि संघ की स्थापना सन् 1925 में प ०पू ० डॉ केशवराव बलिराम हेडगेवार जी ने सम्पूर्ण हिंदू समाज को संगठित करने के प्रयास से की।

उन्होंने यह भी कहा कि संघ ने अपनी 100 वर्षों की यात्रा के दौरान उपेक्षा,विरोध ,समर्थन और सहभाग को प्राप्त किया। सौ वर्षों की यात्रा में संघ ने अनेकों उतार- चढ़ावों को पार करते हुए भी संघ ने अपने मूल कार्य शाखा को प्राथमिकता के आधार पर मजबूत किया है।संघ की शाखा संस्कारों का केंद्र बिंदु है,जहां से राष्ट्रभक्त,देशभक्त और चरित्रवान स्वयंसेवकों का निर्माण होता है। उन्होंने ये भी कहा कि *सरकारें देश को सशक्त नहीं बनाती ,बल्कि संस्कार ही राष्ट्र को महान बनाते हैं।*

मुख्य वक्ता ने कहा कि आज पश्चिमी सभ्यता की कुरीतियाँ हमारे समाज में घर कर रही हैं, जिसके कारण परिवारों में बुजुर्गों की उपेक्षा बढ़ रही है। संघ अपने शताब्दी वर्ष की ओर बढ़ते हुए “पंच परिवर्तन”—परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, नागरिक कर्तव्य, सामाजिक समरसता और स्वदेशी—के लक्ष्य पर कार्यरत है। प्रत्येक नागरिक को *पंच प्रण* अपने जीवन में धारण करने चाहिए। पंच परिवर्तन से ही समाज परिवर्तन संभव होगा।

कार्यक्रम के उपरांत  काला अंब के मुख्य बाजार में भव्य पथ संचलन निकाला गया, जिसमें सैकड़ों स्वयंसेवकों ने अनुशासित पंक्तियों में भाग लेकर राष्ट्रीय एकता और संगठन शक्ति का परिचय दिया।

इस अवसर मा.जिला संघचालक चंद्रमोहन ,सह जिला कार्यवाह मृणाल कौशिक,जिला व्यवस्था प्रमुख राजकुमार,खंड कार्यवाह कृष्ण कुमार इत्यादि उपस्थित रहे।