जिला आपातकालीन संचालन केंद्र को बनाएं और अधिक सक्रिय - उपायुक्त
नाहन डिग्री कॉलेज में आयोजित की मॉक ड्रिल, छात्रों को सिखाए आपदा से निपटने के तरीके
नाहन 14 सितम्बर - जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यलय में आज राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की सहायता से मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसमें छात्रों को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया और आपदा से बचाव के उपाय बताए गए।
यह माॅक ड्रिल भविष्य की आपदा संभावित घटनाओं के दौरान जरूरी एहतियात बरतने हेतु आयोजित की गई जिसमें आपदा प्रबन्धन से जुड़े सभी स्टेक होल्डर विभाग (सम्बन्धित विभाग) एनआरडीएफ, पुलिस, होम गार्ड, अग्निशमन, चिकित्सा, शिक्षा, व अन्य सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। यह माॅक ड्रिल डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान के निरीक्षण तथा आपदा प्रबन्धन से जुड़े समस्त विभागों के बीच आपसी तालमेल स्थापित करने हेतु किया गया।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडर करम सिंह, इंस्पेक्टर जगपाल, सब इंस्पेक्टर गोविन्द मीना और सब इंस्पेक्टर विवेक ने आपदा के समय उठाए जाने विभिन्न महत्वपूर्ण पगों तथा जरूरी एहतियात बरतने के संबंध में विद्यार्थियों को जानकारी प्रदान की। इसके अलावा विद्यार्थियों को भूकंप, आगजनी, भूस्खलन तथा अन्य आपदाओं के समय किस प्रकार राहत कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं, बारे में जानकारी प्रदान की गई।
टेबल टॉप एक्सरसाइज को लेकर बैठक
मॉक ड्रिल को लेकर आज उपायुक्त कार्यालय के सभागार में उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम की अध्यक्षता में टेबल टॉप एक्सरसाइज का आयोजन किया गया जिसमें सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए जिला आपातकालीन संचालन केंद्र को और अधिक सक्रिय बनाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि जिला आपातकालीन संचालन केंद्र 1077 टोल फ्री नंबर उपायुक्त कार्यालय में संचालित है और अच्छे तरीके से कार्य कर रहा है परन्तु किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए जिला आपातकालीन संचालन केंद्र को और प्रभावी बनाना होगा। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान राहत कार्य में जरा सी भी देरी से जान माल का काफी नुकसान हो सकता है इसलिए राहत कार्य के लिए जो भी कदम उठाने होते हैं वह बिना किसी देरी के उठाने होते हैं।
उन्होंने किसी भी आपदा की स्थिति में विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियों पर सभी अधिकारियों के साथ चर्चा की और आपदा के दौरान उन्हें उनकी जिम्मेदारियों को समयबद्ध तरीके से निभाने के निर्देश दिए। इस तरह के टेबल टॉप एक्सरसाइज का आयोजन आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना की प्रभावशीलता की जांच के लिए किया जाता है। उसी आधार पर मानक प्रक्रिया को और सुदृढ़ किया जाता है तथा विभागों की तैयारी को भी बढ़ाया जाता है।
सहायक कमांडेंट, 14वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल आरआरसी नालागढ़ कर्म सिंह ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल द्वारा तैयार की गई मॉक ड्रिल बारे विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सिरमौर ओमापति जमवाल, अतिरिक्त उपायुक्त मनेश यादव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।