सतीश ठाकुर ने सजाया छोगटाली विद्यालय का पुस्तकालय

सतीश ठाकुर ने सजाया छोगटाली विद्यालय का पुस्तकालय

अक्स न्यूज लाइन नाहन 14 मार्च : 

' जहा चाह वहां राह ' इस प्रसिद्ध कहावत को सत्यार्थ करने के लिए वैसे तो राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छोगटाली की विद्यालय प्रबंधन समिति तथा समस्त शिक्षकों ने अपने आर्थिक सहयोग से पिछले सत्र में ही एक सुंदर पुस्तकालय भवन तथा विभिन्न आयु वर्ग के विद्यार्थियों को रुचि तथा उपयोग की  उचित मात्रा में पुस्तकों की व्यवस्था करनी प्रारंभ कर दी थी  परंतु फिर भी औपचारिक रूप से इस सत्र से पुस्तकालय को प्रारंभ करने के लिए बैठने की उचित व्यवस्था की कुछ कमी थी जिसे पूर्ण करने के लिए शिलांजी वार्ड के जिला परिषद सदस्य तथा राजगढ़ के क्षेत्र के प्रसिद्ध समाजसेवी सतीश ठाकुर आगे आए और उन्होंने लगभग ₹20000 की लागत की उत्कृष्ट गुणवत्ता वाली 21 कुर्सियां विद्यालय के पुस्तकालय को दान दी ताकि विद्यालय प्रबंधन इस सत्र से  औपचारिक रूप से विद्यालय के पुस्तकालय को विद्यार्थियों के लिए प्रारंभ कर सके ।

यह जानकारी देते हुए विद्यालय के कार्यकारी प्रधानाचार्य सुरेंद्र पुंडीर तथा पुस्तकालय प्रभारी रामलाल ठाकुर ने बताया की  सतीश ठाकुर जिन्होंने  स्वयं  न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि देश के  प्रसिद्ध शिक्षा संस्थान विश्व कॉटन स्कूल शिमला तथा  सेंट स्टीफन कॉलेज दिल्ली जैसे  संस्थान से  शिक्षा प्राप्त की है वह शिक्षा के लिए पुस्तकालय के महत्व को भली भांति समझते हैं ।

ग्राम पंचायत प्रधान अंजना ठाकुर तथा विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष देश राज ठाकुर ने सतीश ठाकुर का इस अनूठी पहल के लिए हार्दिक  आभार व्यक्त किया तथा आशा व्यक्त की कि ठाकुर को इस पहल से समाज के साधन संपन्न अन्य लोग भी विद्यालय जैसे समाजसेवी संथानो में आधार आधारभूत सुविधाओं को सृजन करने में सहयोग हेतु प्रेरित होंगे  जिसका लाभ समाज के सभी वर्गों के खास तौर से ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब तबकों के परिवारों के विद्यार्थियों को मिल पाएगा।

विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता भूपेंद्र चौहान, रामानंद सागर, राजूराम शर्मा , सुरेश ठाकुर, एकता धीमान,अलका भलैइक , रामलाल  सूर्या, ललिता कुमारी ,दलीप शर्मा, मीरा वर्मा तथा राजेंद्र चौहान आदि ने कहा कि  विद्यालय प्रबंधन समिति ने गुणात्मक शिक्षा का जो उद्देश्य आगामी सत्र के लिए निर्धारित किया है निश्चित रूप से उसे प्राप्त करने में यह पुस्तकालय अपनी अहम भूमिका अदा करेगा तथा विद्यार्थियों को भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु प्रारंभ से ही तैयारी करने के लिए प्रेरणा मिलेगी।