नाहन :अरिहंत इंटरनेशनल विद्यालय में मूल्य आधारित शिक्षा पर क्षमता संवर्धन कार्यशाला सम्पन्न

नाहन :अरिहंत इंटरनेशनल विद्यालय में मूल्य आधारित शिक्षा पर क्षमता संवर्धन कार्यशाला सम्पन्न

अक्स न्यूज लाइन नाहन  16 नवंबर : 

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के दिशानिर्देशों के अंतर्गत अरिहंत इंटरनेशनल विद्यालय, नाहन में मूल्य आधारित शिक्षा को प्रभावी बनाने हेतु एक दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला का सफल एवं सुसंगठित आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को ऐसी नवीन शिक्षण-पद्धतियों और व्यवहारिक तकनीकों से परिचित कराना था, जिनसे विद्यार्थी चरित्र, नैतिक मूल्यों एवं सामाजिक उत्तरदायित्व के साथ अकादमिक रूप से भी उत्कृष्ट बन सकें।

इस कार्यशाला में सीबीएसई से सम्बद्ध सोलन, अंबाला और कालाआंब क्षेत्र के विद्यालयों के लगभग 26 शिक्षकों तथा अरिहंत इंटरनेशनल विद्यालय के शिक्षकों सहित कुल 60 शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की प्रधानाचार्या एवं रिसोर्स पर्सन द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से किया गया, जिसके पश्चात सभी प्रतिभागियों का हार्दिक स्वागत किया गया।
मुख्य रिसोर्स पर्सन अशुतोष गौर ने मूल्य आधारित शिक्षा की आवश्यकता, अनुशासन व संवेदनशीलता के संतुलन तथा गतिविधि-आधारित अधिगम की उपयोगी तकनीकों पर प्रभावी मार्गदर्शन दिया। उन्होंने शिक्षण में नेतृत्व निर्माण और सहभागितापूर्ण अधिगम के व्यावहारिक उदाहरण साझा किए। उनकी संवादात्मक शैली ने सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया।
दूसरी रिसोर्स पर्सन दीपिका वालिया ने तकनीक-सक्षम मूल्य शिक्षा पर केंद्रित प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्होंने बताया कि डिजिटल टूल्स, शैक्षणिक ऐप्स और इंटरएक्टिव साधनों से शिक्षण को अधिक रोचक व परिणामकारी बनाया जा सकता है। उनके द्वारा प्रस्तुत प्रायोगिक मॉडल शिक्षकों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुए।
कार्यशाला में समूह चर्चा, केस स्टडी, माइक्रो-टीचिंग, रोल-प्ले तथा समस्या-समाधान आधारित इंटरएक्टिव सत्र शामिल रहे। शिक्षकों ने अनुभव साझा किए और आधुनिक शिक्षण विधियों को समझने व अपनाने का अवसर प्राप्त किया। प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण को अत्यंत प्रेरणादायक और व्यावहारिक रूप से लाभकारी बताया।
इस अवसर पर विद्यालय की निदेशक एवं प्रधानाचार्या देविंदर साहनी  “जो स्वयं केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की रिसोर्स पर्सन एवं जिला  समन्वयक हैं” ने रिसोर्स पर्सन का अभिनंदन किया तथा मूल्य आधारित शिक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि
“मूल्य आधारित शिक्षा विद्यार्थियों को संवेदनशील, जिम्मेदार और सक्षम नागरिक बनाने का आधार है। शिक्षक जब स्वयं मूल्यों को अपनाते हैं, तभी वे उन्हें छात्रों के जीवन में प्रभावी रूप से स्थापित कर पाते हैं। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों की पेशेवर क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करते हैं।”

“विद्यालय के चेयरमेन अनिल जैन एवं सचिव सचिन जैन ने इसे शिक्षकों के लिए नई सोच व नवीन तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा देने वाला प्रेरणादायक कार्यक्रम बताया।