मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 20 हजार मेधावी विद्यार्थियों को 83 करोड़ रुपये के निःशुल्क लैपटॉप प्रदान करने के कार्यक्रम का शुभारम्भ किया

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 20 हजार मेधावी विद्यार्थियों को 83 करोड़ रुपये के निःशुल्क लैपटॉप प्रदान करने के कार्यक्रम का शुभारम्भ किया

 शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश ने किया अभूतपूर्व विकास, कई मानकों में केरल को पीछे छोड़ाः जय राम ठाकुर

  मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों के मेधावी विद्यार्थियों से किया संवाद

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मण्डी जिला के पड्डल मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में श्रीनिवास रामानुजन स्टूडेंट डिजिटल योजना के अन्तर्गत प्रदेश के लगभग 20,000 मेधावी विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क लैपटॉप वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस पर 83 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। इस अवसर पर सभी मंत्रियों ने अपने जिलों से कार्यक्रम में भाग लिया और मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किए। 
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिक्षकों, विद्यार्थियों, अभिभावकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को सम्बोधित किया। उन्होंने मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप मिलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि शिक्षित नागरिक लोकतांत्रिक समाज की सबसे बड़ी देन है। विद्यार्थी सही कार्य के लिए तत्परता से आवाज उठाने के लिए जाने जाते हैं, क्योंकि विद्यार्थियों के विचार शुद्ध और ईमानदार होते हैं। उन्होंने कहा कि आज के विजेता विद्यार्थियों का यह वर्ग अन्य विद्यार्थियों को पढ़ाई में उत्कृष्टता प्राप्त करने और अगली बार लैपटॉप जीतने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश ने अभूतपूर्व प्रगति की है और कई मानकों में केरल को भी पीछे छोड़ दिया है, जो हम सभी के गर्व का विषय है।  
जय राम ठाकुर ने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य में लड़कियों की शिक्षा पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले लड़कियों की शिक्षा को गम्भीरता से नहीं लिया जाता था, परन्तु वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र में वे लड़कों से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इससे महिला सशक्तिकरण सुनिश्चित हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान करना उनकी पढ़ाई में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण लैपटॉप वितरण में कुछ विलम्ब हुआ, परन्तु अब प्रदेश सरकार द्वारा विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के बदलाव से शिक्षा प्रणाली में भी बहुत परिवर्तन आया है और लैपटॉप, कम्प्यूटर, मोबाइल जैसे आधुनिक उपकरण विद्यार्थियों के लिए आवश्यक बन गए हैं। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मण्डी में नया राज्य विश्वविद्यालय खोला है जिससे मण्डी सहित निकटवर्ती जिलों के छात्रों को उनके घर-द्वार पर उच्च शिक्षा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय शीघ्र ही पूर्ण रूप से क्रियाशील होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के शिक्षकों को जल्द ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) वेतनमान प्रदान किया जाएगा।
जय राम ठाकुर ने इस अवसर पर विभिन्न जिलों के मेधावी विद्यार्थियों से भी संवाद किया। विद्यार्थियों ने लैपटॉप प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह उनकी पढ़ाई में मददगार साबित होगा। उन्होंने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उनसे कड़ा परिश्रम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। 
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शिक्षा निदेशालय द्वारा प्रकाशित एक पुस्तिका का भी विमोचन किया। उन्होंने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का सिग्नेचर सॉन्ग भी जारी किया।  इस गीत की रचना एवं गायन डॉ. गोपाल कृष्ण, प्रो. सुरेंद्र शर्मा, डॉ. सतीश ठाकुर, डॉ. लाल चंद और डॉ. हेम राज द्वारा किया गया है।
इस अवसर पर राज्य द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों पर आधारित वृत्तचित्र ‘शिक्षा के नए आयाम’ का भी प्रदर्शन किया गया।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि चालू वर्ष में राज्य के कुल बजट का लगभग 16 प्रतिशत शिक्षा क्षेत्र के लिए आवंटित किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा शिक्षा को अधिक भविष्योन्मुख बनाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लाई गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में मेधावी छात्रों के लिए राज्य सरकार ने अनेक छात्रवृत्ति योजनाएं आरभ की हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भी राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो और ऑनलाइन कक्षाओं के लिए हर घर पाठशाला आरम्भ की गई। उन्होंने कहा कि गत साढ़े चार वर्षो के दौरान प्रदेश में अध्यापकों के 10 हजार से अधिक पद भरे गए हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 50 वर्षों के अंतराल के बाद मंडी में एक और राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना हुई है और इसका श्रेय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को जाता है।
इस अवसर पर मंडी जिला के लगभग 2900 मेधावी छात्रों को लैपटॉप वितरित किए गए।
इस अवसर पर प्रधान सचिव, शिक्षा मनीष गर्ग ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।
निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। 
सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, विधायक विनोद कुमार, राकेश जम्वाल, इंद्र सिंह गांधी व प्रकाश राणा, मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, बाल कल्याण परिषद की महासचिव पायल वैद्य, नगर निगम मंडी की महापौर रूपाली जसवाल, सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के कुलपति डॉ. डी.डी. शर्मा, पूर्व विधायक डी.डी. ठाकुर व कन्हैया लाल, उपायुक्त मण्डी अरिंदम चौधरी, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
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