विकासात्मक योजनाओं के लिए सही एवं सटीक डाटा अत्यंत महत्वपूर्ण: अमरजीत सिंह
इस अवसर पर सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए उपायुक्त ने कहा कि विकासात्मक योजनाओं एवं नीतियों का खाका तैयार करने और इन्हें क्रियान्वित करने में सांख्यिकी की बहुत बड़ी भूमिका होती है। सही आंकड़ों के आधार पर ही सही नीतियां एवं योजनाएं तैयार की जा सकती हैं और इन्हें प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकता है। इसलिए, आंकड़ों के एकत्रीकरण में शुद्धता, प्रमाणिकता और सटीकता का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी देश या प्रदेश में शुद्ध आंकड़ों के व्यापक अध्ययन एवं विश्लेषण के बाद ही विकास के लिए मजबूत आधार तैयार किया जा सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि विभिन्न सरकारी कार्यालयों से जब भी कोई डाटा मांगा जाता है तो वह डाटा पूरी तरह अपडेट होना चाहिए तथा इसे उपलब्ध करवाने में अनावश्यक देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि आंकड़ों के महत्व को देखते हुए ही इस वर्ष का राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस ‘निर्णय लेने के लिए डाटा का उपयोग’ थीम के साथ मनाया जा रहा है।
इससे पहले, उपायुक्त का स्वागत करते हुए जिला सांख्यिकीय अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि भारत में आधुनिक सांख्यिकी के जनक प्रशांत चंद्र महालनोबिस के जन्म दिवस को राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 2007 में यह दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। जिला सांख्यिकीय अधिकारी ने बताया कि प्रशांत चंद्र महालनोबिस ने 1931 में भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसआई) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने भारत के प्रथम योजना आयोग के सदस्य रूप में भी सराहनीय कार्य किया था तथा उन्हें भारत सरकार ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।
कार्यक्रम में जिला राजस्व अधिकारी जसपाल सिंह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी विनोद गर्ग, जिला निर्वाचन कार्यालय के प्रोग्रामर निखिल भारद्वाज और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।