राज्य सरकार ने खिलाड़ियों की सम्मान राशि में की ऐतिहासिक बढ़ोतरीः धर्माणी

अक्स न्यूज लाइन, धर्मशाला 20अप्रैल :
तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि वर्तमान सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की सम्मान राशि में ऐतिहासिक बढ़ोतरी की है और आज हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के बराबर आकर खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि पुरानी प्रतिस्पर्धाओं में भी देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को भी नई खेल नीति के अनुसार बढ़ी हुई धनराशि प्रदान की जा रही है। ताकि खिलाड़ी प्रोत्साहित हों और युवा खेलों के साथ जुड़ सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों की भावनाओं का पूरा ध्यान रखेगी। उन्होंने कहा कि आज जब यह खिलाड़ी विदेशों में जाकर देश का नाम रोशन करते हैं तो हिमाचल प्रदेश भी विख्यात होता है।
रविवार को धर्मशाला के सिंथेटिक ट्रैक स्टेडियम में सातवीं नेशनल मास्टर गेम्स का शुभारंभ करते हुए तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक तथा पैरालंपिक प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक विजेताओं के लिए पुरस्कार राशि 3 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये की गई है। रजत पदक विजेताओं को अब 2 करोड़ रुपये के स्थान पर 3 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेताओं को एक करोड़ रुपये के स्थान पर दो करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों तथा पैरा एशियाई खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए स्वर्ण पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि में वृद्धि करते हुए इसे 50 लाख रुपये से बढ़ाकर 4करोड़ रुपये किया गया है, जबकि रजत पदक विजेताओं को 30 लाख रुपये के स्थान पर 2 करोड़ 50 लाख रुपये तथा कांस्य पदक विजेताओं को 20 लाख रुपये के स्थान पर डेढ़ करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं।
इससे पहले मास्टर गेम्स के सीईओ विनोद कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि धर्मशाला में नेशनल स्तर के इवेंट को आयोजित करने में सरकार तथा पुलिस प्रशासन का भरपूर सहयोग मिला है तथा इसमें देश के विभिन्न राज्यों की टीमें भाग ले रही हैं। उन्होंने कहा कि इस खेल आयोजन का समापन 26 अप्रैल को किया जाएगा। इससे पहले प्रतिभागी खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट किया तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इस अवसर पर पहले दिन के इवेंट के विजेताओं को मुख्यातिथि ने मेडल देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सलाहाकार बोर्ड के अध्यक्ष जगदीश, एएसपी वीर बहादुर, एसीटूडीसी सुभाष गौतम, एसडीएम संजीव भोट, सुरेश हांडा तथा सबसे उम्रदराज 102 वर्षीय खिलाड़ी जगतार सहित युवा खेल सेवाएं विभाग की पूर्व निदेशक ललिता सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।