राजगढ में गिरिपार क्षेत्र को ट्राईबल स्टेटस देने के मामले में जयराम सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन
नाहन,12 सितंबर : दलित संगठनो नेे सोमवार को राजगढ में गिरिपार क्षेत्र को ट्राईबल स्टेटस देने के मामले में भाजपा व जयराम सरकार के खिलाफ अनुसुचित जाति के सैंकडों लोगों ने धरना प्रदर्शन किया। इस मुददे पर दलितो में अब ट्रांसगिरी ही नही पुरे जिलों में इस बात का अंदेशा हो गया है कि केन्द्र की मोदी सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर सकती है। ट्रांसगिरी के राजगढ में आज हुई दलित रैली में पुरे प्रदेश से जुटे दलितों ने सरकार को पुनरू विचार करने पर विवश कर दिया है।
दलित संगठनों ने साफ कर दिया है कि वह आने वाले विधानसभा चुनाव में एकतरफ ा भाजपा के खिलाफ वोट करेंगें। साथ ही यह भी चेताया की वह भाजपा के विरोध में पुरे हिमाचल में मुहिम चलाऐगे और कोर्ट में भी लड़ाई जारी रखेंगें दलित संगठनो ने कहा कि भाजपा समर्थित हाटी समिति ने केन्द्र सरकार को झूठ बोला है और झूठे आंकड़े पेश करके गुमराह किया है।
रैली में वक्ताओ ने कहा कि मुख्यमंत्री शिलाई आते है और कहते है वो उनके मामा है। सीएम यह स्पष्ट करे की वह सिर्फ अपने मित्र के मामा है। ट्रांसगिरी के 40 प्रतिशत लोग इसका विरोध कर रहे है जिनकी संख्या 1 लाख 20 हजार के लगभग है। समिति के प्रधान अनिल मंगेट ने हिमाचल के सभी दलित संगठनों का इस मुद्दे पर सहयोग के लिए धन्यवाद करते हुए कहा कि हाटी समिति को फर्जी हाटी है यह संपन्न लोगो का समूह है।
असल में तो हाटी दलित है जो इनकी बैगार ढोते थे। हाट को जाते थे और बंधुआ थे। राजगढ के नेहरू मैदान में शिमला, सोलन, सिरमौर के इलावा किनौर उतराखंड के जौनसार बाबर, लाहौल स्पिती से भी लोग पहुंचें उन्होने बताया कि गिरिपार अनुसूचित जाति अधिकार सरंक्षण समिति जिला समिति के बैनर तले राज्य के सभी संगठनों की इस रैली में हजारों लोगों ने भाग लिया। जौनसार बाबर, लाहौल के 40 वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
सभी वक्ताओं ने एक जुट हो कर कहा कि अगर सरकार ने उनकी आवाज नहीं सुनी तो हिमाचल के 12 के 12 जिलों में सरकार ंव खिलाफ धरना प्रदर्शन किये जायगें। आने वाले चुनाव में बहिष्कार होगा।