मेले, उत्सव एवं त्यौहार हमारी सभ्यता के परिचायक - डॉ. शांडिल

मेले, उत्सव एवं त्यौहार हमारी सभ्यता के परिचायक - डॉ. शांडिल

मेले, उत्सव एवं त्यौहार हमारी सभ्यता के परिचायक - डॉ. शांडिल

 अक़्स न्यूज लाइन, सोलन -29 अक्तूबर

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मन्त्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि मेले, उत्सव एवं त्यौहार हमारी सभ्यता के परिचायक हैं। डॉ. शांडिल गत सांय सोलन विकास खण्ड की ग्राम पंचायत सलोगड़ा में आयोजित तीन दिवसीय श्री ब्रिजेश्वर देव मेला के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने इस अवसर पर स्थानीय ब्रिजेश्वर देव मन्दिर में पूजा-अर्चना की और सभी के सुख, स्वास्थ्य एवं समृद्धि की कामना की। 

डॉ. शांडिल ने कहा कि भविष्य का सुखद आधार इतिहास से निर्मित होता है और संस्कृति का संरक्षण इतिहास की जानकारी में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने समृद्ध इतिहास, विविध संस्कृति और परम्पराओं की जानकारी प्रदान करना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपनी लोक संस्कृति और परम्पराओं का सदैव सम्मान करें ताकि भावी पीढ़ी इनसे सीख सके। 

उन्होंने कहा कि आधुनिकता के साथ-साथ हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत को सदैव सहेज कर रखना है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि कुश्ती, कबड्डी और ठोडा जैसे पारम्परिक खेलों का नियमित अभ्यास करें। 

डॉ. शांडिल ने कहा प्रदेश सरकार युवाओं को समय की मांग के अनुसार बेहतर व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में ड्रोन तकनीक सहित आर्टिफिशियल इटेंलीजैंस के पाठ्यक्रम आरम्भ किए जा रहे हैं। यह पाठ्यक्रम न केवल युवाओं को भविष्य की आवश्यकताओं के लिए तैयार करेंगे अपितु स्वरोज़गार के भी बेहतर अवसर प्रदान करेंगे। सोलन ज़िला के चिन्हित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में भी यह पाठ्यत्त्म