अनुमति मिले, तो 24 घंटे में महिलाओं को डालेंगे 1500 रुपए : सीएम
भाजपा पर बरसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा महिलाओं की 1500 रुपए पेंशन को रुकवाने के लिए रोज़ नए अड़ंगे डाल रही है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और अन्य भाजपा नेता बार-बार-बार चुनाव आयोग के पास महिलाओं की पेंशन को रुकवाने में लगे हैं और दिल्ली से भी चुनाव आयोग पर दबाव डाला जा रहा है। यह तो कांग्रेस के विरोध के बाद चुनाव आयोग ने महिलाओं की पेंशन के फ़ॉर्म भरने को अनुमति दी और अब महिलाएँ योजना के फ़ॉर्म भर रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले भाजपा नेता बार-बार महिलाओं की पेंशन पर सवाल पूछते थे, लेकिन अब वह महिलाओं को उनके अधिकार से वंचित करने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा अपना विरोध वापस ले ले और चुनाव आयोग अनुमति दे तो 24 घंटे में महिलाओं को 1500 रुपए पेंशन उनके खाते में ट्रांसफ़र कर दी जाएगी। अगर अनुमति नहीं भी मिली, तो जून माह में महिलाओं को दो किश्तों के 3000 रुपए एक साथ डाले जाएँगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अनेक प्रयास किए हैं। पुलिस में महिलाओं के लिए आरक्षण बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दिया है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनावी लाभ को देखकर काम नहीं करती। कांग्रेस सरकार ने सरकार की ख़राब माली हालत के बावजूद पहले ही कैबिनेट बैठक में प्रदेश के 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन दी, जबकि भाजपा नेता दिल्ली में एनपीएस के 9000 करोड़ रुपए को रुकवाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार में जयराम ठाकुर पांच साल तक सोते रहे और प्रदेश का ख़ज़ाना लुटाते रहे। जबकि वर्तमान सरकार ने भ्रष्टाचार को रोकर जनता का पैसा जनता के बीच बाँटा है। इसी पैसे से कांग्रेस सरकार ने मनेरगा की दिहाड़ी 60 रुपए बढ़ाकर 300 रुपए की, 70 वर्ष से अधिक बुजुर्गों को फ्री इलाज की सुविधा का प्रावधान किया। विधवाओं के 27 वर्ष तक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा का खर्च राज्य सरकार उठाएगी और गरीब विधवाओं को घर बनाने के लिए तीन लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। गाय के दूध का समर्थन मूल्य 32 रुपए से बढ़कर 45 रुपए किया, जबकि भैंस के दूध का मूल्य 47 रुपए से बढ़ाकर 55 रुपए किया। वर्तमान राज्य सरकार ने सरकारी क्षेत्र में 22 हजार पद भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जबकि पांच वर्ष के कार्यकाल में भाजपा ने मात्र 20 हजार नौकरियाँ दीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने तीन माह में एक लाख इंतक़ाल और आठ हजार तकसीम के मामले निपटाए, जिससे वर्षों से लटके राजस्व मामलों का निपटारा हुआ और लोगों को सुविधा दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार का चुनाव विशेष है क्योंकि लड़ाई ईमानदारी और बेइमानों के बीच है। भाजपा ने धनबल से लोकतांत्रिक तरीक़े से चुनी हुई सरकार को गिराने का एक महीने तक असफल प्रयास किया है। कांग्रेस सरकार की लड़ाई अब जनता लड़ेगी क्योंकि लोकतंत्र की ताक़त जनबल है। उन्होंने कहा कि आपकी वोट की ताकत ही लोकतंत्र को बचा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस के छह विधायकों को राजनीतिक मंडी में ख़रीदा है और दागियों ने अपने ईमान के साथ-साथ जनभावनाओं का सौदा किया है। आज इतिहास में आजाद विधायक भी इस्तीफ़ा स्वीकार करने के लिए धरने दे रहे हैं, क्योंकि उन्होंने भाजपा के सामान से भरे अटैची के लिए अपनी विधायक को बेच दिया है। उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह विधायक राजनीतिक मंडी में बिकते रहे तो जनता के वोट की क्या अहमियत रह जाएगी। एक जून को प्रदेश की जनता खरीद-फरोख्त की राजनीति को कड़ा सबक़ सिखाएगी और लोकसभा की चारों सीटों के साथ-साथ विधानसभा उप-चुनाव की छह सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार विजयी होंगे।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि काँगड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी आनंद शर्मा राष्ट्रीय नेता है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणासी से चुनाव लड़ सकते हैं तो आनंद शर्मा हिमाचल के रहने वाले हैं। वह हिमाचल से राज्यसभा सदस्य रहे और उन्होंने शिमला में पासपोर्ट ऑफिस खुलवाया, कंदरोड़ी में औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए 150 करोड़ रुपए दिए, काँगड़ा में एनआईएफटी खुलवाया, पालमपुर में टी-बोर्ड का ऑफिस दिया और सांसद निधि से हज़ारों लोगों की मदद की। उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद आनंद शर्मा सरकार में मंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी जब काँगड़ा सहकारी बैंक के चेयरमैन थे तो बैंक में लूट हुई, जिसकी जानकारी सरकार के पास है।
इस अवसर पर कांगड़ा से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी आनंद शर्मा, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, विधायक मलेंद्र राजन सहित, कांग्रेस के जिला काँगड़ा अध्यक्ष कर्ण सिंह पठानिया, पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।