कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी ने फहराया तिरंगा, ली भव्य परेड की सलामी

कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी ने फहराया तिरंगा, ली भव्य परेड की सलामी

जनजातीय जिला किन्नौर में जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह जिला मुख्यालय के रिकांग पिओ में चारों और बर्फ की श्वेत चादर ओढ़े आई.टी.बी.पी. मैदान में बडे़ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। गणतंत्र दिवस समारोह की अध्यक्षता राजस्व, बागवनी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने की।
इस अवसर पर जगत सिंह नेगी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया व भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड का नेतृत्व पुलिस विभाग के उप निरीक्षक अनिल कुमार ने किया। परेड में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, हिमाचल पुलिस, गृह रक्षा पुरूष व महिला, गृह रक्षा बैंड व एन.सी.सी ईकाई के छात्रों की टुकड़ियों ने भाग लिया।
इससे पूर्व आयोजन स्थल पर पहुंचने पर समारोह के मुख्य अतिथि का जिला प्रशासन व स्थानीय लोगों द्वारा पारम्परिक वाद्य यंत्रो के साथ भव्य स्वागत किया गया।
कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि आज पूरे देश के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी गणतंत्र दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर देश को आजादी दिलवाने वाले स्वतंत्रता सैनानियों को भी याद किया। उन्होंने उन सभी शहीद जवानों को भी नमन किया जिन्होंने देश की रक्षा, एकता व अखण्डता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए कुर्बानियां दीं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी तथा पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह को भी श्रद्धासुमन अर्पित किए।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली हिमाचल सरकार प्रदेश के समग्र विकास के प्रति वचनबद्ध है। इसका उद्धारण है सत्ता में आते ही सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों को पैंशन देने का वादा पूर्ण करना। पुरानी पेंशन देने का प्रदेश सरकार का यह कोई राजनीतिक फैसला नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का इरादा है कि सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के आत्मसम्मान की रक्षा हो तथा उन्हें सामाजिक सुरक्षा मिले क्यांेकि उन्होंने प्रदेश के विकास की गाथा लिखी है। उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को उनके लाभ प्रदान करने के लिए वचनबद्ध हैं। सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है जिसके लिए उन्होंने सभी के बहुमूल्य योगदान की सराहना की।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जरूरतमंदों के लिए 101 करोड़ रुपये का मुख्यमंत्री सुख-आश्रय सहायता कोष स्थापित किया है। सरकार ने यह कदम करुणा के लिए नहीं, बल्कि उनका अधिकार प्रदान करने के लिए उठाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी विधायकों ने एक-एक लाख रुपए इस कोष में अंशदान दिया है। आई.आई.टी, एम्स, आई.आई.एम, ट्रिपल आई.टी, पाॅलिटैक्निक व आई.टी.आई जैसे संस्थानों में दाखिला पाने वाले जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च सरकार उठाएगी तथा उन्हें जेब खर्च के रुप में 4 हजार रुपए भी दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वृद्धाश्रम, आश्रय गृह में रहने वाले बच्चों के लिए माता और पिता की भूमिका निभाएगी। सरकार, एकल महिलाओं एवं विशेष बच्चों को 10 हजार रुपये प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष वस्त्र अनुदान प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण संस्थानों, वृद्ध आश्रमों, नारी सेवा सदन, शक्ति सदन और विशेष गृहों में रहने वालों को लोहड़ी, मकर सक्रांति, होली और अन्य त्यौहार मनाने के लिए प्रति व्यक्ति 500 रुपये का त्यौहार भत्ता भी प्रदान कर रही है।
राजस्व बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री ने कहा कि किसानों, पशुपालकों व बागवानों की आय में बढ़ोतरी करने की दिशा में भी सरकार प्रयास कर रही है। इसके लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को फल राज्य के रूप में जाना जाता है। हमारी सरकार का संकल्प है कि कृषि और बागवानी के महत्व के दृष्टिगत किसानों और बागवानों के फलों की कीमत तय करने में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपना उद्योग व कारोबार स्थापित करने के लिए बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध करवाने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय क्षेत्रों को विकास के मामले में नंबर वन बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार को पूर्ण रूप से समाप्त किया जाएगा तथा इसी दिशा में ऑनलाइन रजिस्ट्री प्रणाली विकसित करने के भी प्रयास किए जाएंगे। मुख्य अतिथि ने कहा कि प्रदेश सहित जिला के लोगों को नो-तोड़ का अधिकार दिलाना भी वर्तमान प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इस दिशा में एफआरए के मामलों को शीघ्रता से निपटाया जाएगा।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि मनरेगा के तहत जिला के लोगों को 120 कार्यदिवस उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दल गठित किए जाएंगे और उनमें प्रशिक्षित लोगों को रखा जाएगा तथा उन्हें सभी जरूरत के उपकरण उपलब्ध करवाएं जाएंगे ताकि वह किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए सक्षम हों।

मुख्य अतिथि ने इन्हें किया सम्मानित

मुख्य अतिथि द्वारा परेड कमांडर एस.आई अनिल कुमार, प्लाटून कमांडर आई.टी.बी.पी ए.एस.आई प्रेम कुमार, प्लाटून कमांडर हिमाचल प्रदेश पुलिस ए.एस.आई लायक राम, प्लाटून कमांडर होमगार्ड पुरूष बोद्धराज, प्लाटून कमांडर होमगार्ड महिला हवलदार चंद्र ज्ञानी, प्लाटून कमांडर एन.सी.सी रिकांग पिओ अजय गुप्ता व होमगार्ड बैंड मास्टर जगजीवन राम को सम्मानित किया गया।
खिमलोगा पास में राहत कार्य में लगे जवानों को दिए 10-10 हजार रुपये
इस अवसर पर जिले में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को भी सम्मानित किया जिसमें सितम्बर, 2022 को खिमलोगा पास में फंसे पर्वतारोहियों को सुरक्षित निकालने के लिए आई.टी.बी.पी, सेना, स्थानीय पुलिस, डोगरा स्काउटस तथा होमगार्ड के जवान शामिल रहे। जगत सिंह नेगी ने खिमलोगा पास में राहत कार्य में लगे जवानों को अपनी एैच्छिक निधि से 10-10 हजार रुपये देने की घोषणा की।
इसके अतिरिक्त उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के जिला समन्वयक नरेंद्र कायथ और कुलदीप सिंह को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए, साडा से सरिता नेगी व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से कुलदीप नेगी को बेसहारा पशुओं व जानवरों की देखभाल के लिए, उपायुक्त कार्यालय से कानूनगो विनय कुमार, पटवारी शमशेर व उपमण्डल दण्डाधिकारी कार्यालय कल्पा से कनिष्ठ सहायक दुला राम को एफआरए के मामलों के शीघ्र निपटान के लिए तथा ई-जिला प्रबंधक शबनम मेहता को किन्नर कैलाश यात्रा के दौरान आॅनलाईन पंजीकरण में बेहतर कार्य करने पर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार शोरंग परियोजना के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा गत दिनों सतलुज नदी के किनारे घायल अवस्था में मिले गिद्ध की जान बचाने के लिए वैभव शर्मा को, राज्य कर एवं आबकारी विभाग किन्नौर ने सितम्बर, 2022 के दूसरे त्रैःमाह में पूरे राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया था जिसके लिए सहायक आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी विभाग सुरेंद्र ठाकुर को भी सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त हमीरपुर में आयोजित सातवीं राज्य स्तरीय पैरा-स्पोर्टस प्रतियोगिता में पांच खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 11 मेडल हासिल किए जिनमें माला भगति, आरूष कुमार, ओमप्रकाश, समीर नेगी व शशि प्रभा शामिल रहे। इसी प्रकार वर्ष 2022-23 में जिला किन्नौर के उत्कृष्ट खिलाड़ियों में स्नेहा कुमारी, रितु, दीपिका, श्वेता नेगी, कशिश, रिया, अंजलि, स्नेहा, सपना थापा, विनाक्षी, अंकित कुमार, विश्वजीत सिंह, आशीश तथा देवांश बिष्ट को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर प्रधान व्यापार मंडल सूरज भान को हर राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम में सहयोग देने के लिए तथा आई.टी.बी.पी प्रबंधन टीम को जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह को सफल बनाने के लिए सम्मानित किया गया।  
इस अवसर पर पारम्परिक रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया जिसमें सोनी स्टार स्पोटर्स एण्ड कल्चर कल्ब उरनी ने लोक नृत्य, डाईट रिकांग पिओ ने पहाड़ी नाटी, आई.टी.आई रिकांग पिओ ने समूह गान, विश्वकर्मा महिला मण्डल किल्बा ने लोक नृत्य, होम-गार्ड के जवानों ने बैंड डिस्पले तथा शेशेरिंग नागस एक्स जोन कल्ब पांगी के कलाकारों ने लोक नृत्य प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार प्रदान किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने आपदा मित्र का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 6 स्वयं सेवियों को आपदा में काम आने वाली किट भी वितरित की।
इस अवसर पर उपायुक्त किन्नौर सुरेंद्र सिंह राठौर, पुलिस अधीक्षक विवेक चाहल, वनमण्डलाधिकारी अरविंद कुमार, द्वितीय कमाॅन्डेंट आई.टी.बी.पी 17वीं वाहिनी सुरेश तारिया, उपमण्डल दण्डाधिकारी कल्पा डाॅ. मेजर शशांक गुप्ता, सहायक आयुक्त राजेंद्र गौतम व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।