सिरमौर की दादी ने पाया सर्वाधिक श्रेष्ठ एवं सर्वोत्तम प्रदर्शन अवॉर्ड ।

सिरमौर की दादी ने पाया सर्वाधिक श्रेष्ठ एवं सर्वोत्तम प्रदर्शन अवॉर्ड ।

अक्स न्यूज लाइन नाहन 7 अक्टूबर : 

हिमाचल प्रदेश के जाने माने साहित्यकार सिरमौर नाहन निवासी डॉ दीनदयाल वर्मा की कहानी दादी को गेयटी थियेटर शिमला में आयोजित बाल रंग मंच महोत्सव  2025 में मिला सर्वाधिक श्रेष्ठ सर्वोत्तम प्रदर्शन अवॉर्ड। इस नाटक को मोनाल पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने बेस्ट एडॉप्शन और बेस्ट परफॉर्मेंस का खिताब अपने नाम किया।

इस प्रतियोगिता में 19 विद्यालयों के 270 बच्चों ने भाग लिया और हिमाचल प्रदेश के 19 प्रख्यात लेखकों की कहानियों का चयन निर्देशक मंडल द्वारा किया गया। जिसमें डॉ दीनदयाल वर्मा की कहानी दादी भी चयनित की गई थी।प्रसिद्ध अभिनेता और रंग मंच विशेषज्ञ विनीत कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। निर्णायक मंडल और कोर टीम ने कहानी दादी को सर्वश्रेष्ठ नाटक घोषित किया।डॉ दीनदयाल वर्मा की कहानी बीस साल बाद को भी पारुल प्रकाशन नई दिल्ली द्वारा सर्वश्रेष्ठ कहानी के रूप में पुरस्कृत किया जा चुका है। डॉ. वर्मा हिमाचल प्रदेश के जाने माने लेखक हैं वर्ष 1976 में  नाटक गुरु दक्षिणा उनकी प्रथम पुस्तक के रूप में प्रकाशित हुई थी।जिसकी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपई जी द्वारा भी प्रशंसा की गई थी। इस नाटक के दस संस्करण प्रकाशित हुए हैं और उसका अंग्रेजी अनुवाद भी हुआ है। भारत के प्रमुख नगरों में इसका मंचन और आकाश वाणी से भी प्रसारण हो चुका है।

उनकी कहानियां बेहद सरल और सीधी सादी होती हैं लेकिन उनके बयान में रवानी है, और वे बड़ी सहजता से जीवन के यथार्थमय दृश्य प्रस्तुत करने की क्षमता रखते हैं। इससे उनकी कहानियां रोचक और नितांत पठनीय बन जाती हैं। उनकी दादी कहानी में भी सामाजिक सरोकार एवं मानवीय संवेदनाओं की गहराइयों की झलक देखने को मिलती है। निरंतर लेखन करते हुए वह पिछले 50 वर्षों से हिन्दीसाहित्य की सेवा कहानी,नाटक, व्यंग्य संस्मरण , उपन्यास आदि विधाओं परऔर कविता लेखन से कर रहे हैं। उनके रश्मि प्रकाशन पंजीकृत नाहन ने भी नए लेखकों को प्रेरणा देने का कार्य पिछले 25 वर्षों में बखूबी किया है।डॉ दीनदयाल वर्मा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय मौनाल पब्लिक स्कूल  शिमला के प्रतिभागी कलाकार बच्चों को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए  दिया। साथ ही निर्णायक मंडल और कोर टीम के समस्त सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया और किकली चैरिटेबल ट्रस्ट, गेयटी थियेटर की टीम और अध्यक्ष वंदना भागड़ा जी का इस बेहतरीन कार्यक्रम को आयोजित करने हेतु धन्यवाद एवं साधुवाद करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की।  

कहानी दादी आधुनिक समाज और समय पर वृद्ध महिला के अंतर्मन द्वंद और पीड़ा की कहानी है जो किसी भी शहर और किसी भी मोहल्ले में घटित होती रहती है। दादी कहानी के माध्यम से लेखक ने परिवार में वृद्ध जनों को उचित मान सम्मान ना मिलने और प्रेम से वंचित रह जाने की समस्या और पीड़ा को उजागर किया है और संयुक्त परिवार रखे जाने पर ज़ोर दिया है।