जिला स्तरीय पर्यावरण संरक्षण योजना की समीक्षा बैठक आयोजित

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि डम्पिंग साईट को निर्धारित करते समय एन.जी.टी के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें। कूड़ा-कचरा ले जाने वाले वाहन को पूरी तरह ढककर डम्पिंग साईट तक ले जाएं। प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करने वालों का चालान सुनिश्चित करें। जिला में विभिन्न होट-स्पोट को चिन्हित कर समय पर साफ करें। इसके अलावा गीला व सूखा कचरे का निपटान अलग-अलग करना सुनिश्चित बनाएं।
इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न विभागों को ठोस व गीला कचरा निवारण, प्लास्टिक कचरा निवारण, बायोमेडिकल कचरा निवारण, ई-वेस्ट प्रबंधन, जल गुणवत्ता प्रबंधन, घरेलू सीवरेज प्रबंधन, उद्योग कचरा प्रबंधन, वायु गुणवत्ता प्रबंधन, ध्वनि प्रदूषण प्रबंधन इत्यादि के लिए विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला पर्यावरण संरक्षण योजना के अंतर्गत दिए गए कार्यों को समय पर पूरा करें।
इस अवसर पर सदस्य सचिव प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रामपुर अंजू नेगी ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया तथा विभाग द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए किए जा रहे कार्यों से अवगत करवाया। इस अवसर पर उपमण्डलाधिकारी निचार नारायण सिंह चौहान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी, तहसीलदार कल्पा अभिषेक बरवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।