टारिंग पर 1,50 करोड़ खर्च हो रहा है शहर की प्रमुख सड़क पर, 2 करोड़ की इंटर लॉक टाइल्स उखाड़ी
अक़्स न्यूज लाइन, नाहन --14 जून
अरूण साथी
लोक निर्माण विभाग, नाहन राउंड के जिस हिस्से की मुरम्मत के नाम पर यहां लगी इंटर लॉक टाइल्स को उखाड़ कर टारिंग कर रहा है उस पर 1,50 करोड़ का बजट खर्च होने जा रहा है। इंटर लॉक टाइल्स करीब 2 करोड़ का बजट खर्च हुआ था। विभाग के आला अधिकारियों के अनुसार इंटर लॉक टाइल्स की पीडब्लूडी शेड्यूल के अनुसार 15 साल लाइफ तय है। ऐसे में महज दो साल के भीतर ही टाइल्स को हटा कर डेढ़ करोड़ के बजट से टारिंग करने के विभाग के फैसले पर सवालिया निशान शहर की जनता लगा रही है।
जिस तरह पीडब्ल्यूडी शेड्यूल के अनुसार टारिंग की लाइफ तीन साल तय है और इस दौरान मुरम्मत के नाम पर केवल पेच वर्क ही विभाग करता आया है। शेड्यूल की बात करें तो अक्सर समय पर बजट नही आता कई कई साल दुबारा सड़कों पर टारिंग नही हो पाती।
उधर सवाल यह भी है कि विभाग पर ऐसा कोन सा दबाव था जिसके तहत इंटर लॉक टाइल्स के मामले में शेड्यूल ताक पर रख दिया गया। दो करोड़ के बजट से लगी टाइल्स को महज दो सालों में ही हटा कर स्टोर कर ली गई। लोगों का कहना है कि विभाग की चाहिये था कि टाइल्स के उस हिस्से जो उबड़ खाबड़ हो चुका था उसमें से टाइल्स हटा कर वहां कंक्रीट भरते। भारी बजट खर्च नही करना पड़ता।
लेकिन ऐसा नहीं हुआ सड़क मुरम्मत के नाम, शहर के हजारों लोगों को मुश्किल में डाल दिया गया। एक और भीषण गर्मी का दौर हिट ववे चल रही है। प्रमुख सड़क पर जहां मुरम्मत चल रही हैं वहां धूल उड़ रही है। लगातार जाम लग रहा है। भारी संख्या में लोगों के पेयजल के कनेक्शन जेसीबी ने तोड़ दिए हैं। जल शक्ति विभाग के सामने नया सकंट खड़ा हुआ है। लोगों की अपने खर्च पर टूटी पाइप लाइनों को ठीक करवाना पड़ रहा है। कई दिनों से लोगों के घरों में पेयजल संकट बरपा है।
यह तर्क भी दिया जा रहा था कि प्रमुख सड़क पर टाइल्स लगाने का फैसला सही नही था। टाइल्स कई जगह से जोखिम पूर्ण ही चुकी थी। लेकिन पीडब्ल्यूडी शेड्यूल के अनुसार इसकी मुरम्मत होनी चाहिए थी। कम से कम पूर्व में खर्चे गए करीब दो करोड़ के बजट की जस्टिफिकेशन तो करते। अभी टाइल्स का बिगड़ा ही कुछ नहीं था। सत्ताधारी के कुछ नेताओं के अनुसार विकास हो रहा है।
हैरानी है कि तरक्की की इस नई इबारत में नाहन राउण्ड के एक हिस्से से टाइल्स हटाई जा रही तो नजदीक पेट्रोल पंप लगाई जा रही है। सरकार अगर सच में बजट की बरबादी रोकने की पक्षधर है तो नाहन राउंड के इस मामले का संज्ञान लें। मुख्यमंत्री लोक निर्माण विभाग से जवाब तलब करें।
लोक निर्माण विभाग के एक्सईंएन अलोक जनवेजा ने बताया कि टायरिंग पर 1. 50 करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है। उन्होंने बताया कि तोड़ी गयी टाइल्स को फ़िलहाल स्टोर किया गया है।