मुख्यमंत्री के दौरे से चौपाल के लोग निराश, स्थानीय विधायक मांगे मनवाने में रहे विफलः किमटा

मुख्यमंत्री के दौरे से चौपाल के लोग निराश, स्थानीय विधायक मांगे मनवाने में रहे विफलः किमटा

शिमला।
हिमाचल कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव रजनीश किमटा ने कहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के दौरे से चौपाल विधानसभा क्षेत्र के लोगों को निराशा मिली है। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक सरकार के सामने क्षेत्र की जनता और मांगों को मनवाने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं। चौपाल क्षेत्र के लिए कोई नई घोषणाएं नहीं हुई, इससे लोगों के हाथ मायूसी लगी है।

किमटा ने कहा कि मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान जिन परियोजनाओं के उद्घाटन हुए वो पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में शुरू किए गए थे। वहीं जो कुछ शिलान्यास हुए हैं, उनके लिए बजट का कोई प्रावधान नहीं किया गया है।

किमटा ने स्थानीय विधायक बलवीर वर्मा पर हमला बोलते हुआ कहा कि वे पांच सालों में सरकार से चौपाल विधानसभा क्षेत्र के लिए कुछ भी नहीं मांग पाए। इससे चौपाल विकास के मामलों में पिछड़ गया है। पूरे चौपाल क्षेत्र में सड़कों की हालात बदतर है। इसके चलते सेब सीजन में लोगों को अपनी फसल मार्केट तक पहुंचाने में दिक्कतें हुईं। विधायक सड़कों को दुरूस्त करवाने में नाकाम रहे। उन्होंने कहा कि सड़कों की खराब हालात को देखते हुए स्थानीय विधायक ने हवाई दौरा करवाकर मुख्यमंत्री को इलाके की वस्तु स्थिति से अनजान रखा।

कांग्रेस नेता ने चौपाल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदतर स्थिति पर भी चिंता जाहिर की और कहा कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतरी हुई है। चौपाल और नेरवा के अस्पतालों को सिविल अस्पताल का दर्जा तो दिया गया है, मगर सुविधाएं यहां पीचीएस स्तर की भी नहीं है। अभी तक इन अस्पतालों में अल्ट्रा साउंड की सुविधाएं भी नहीं है और विधायक अब जाकर अल्ट्रा साउंड मशीन की मांग कर रहे हैं।

किमटा ने कहा है कि बुधवार को नेरवा में हुए कार्यक्रम में स्थानीय विधायक ने लोगों को लुभाने का हर संभव प्रयास कर इस कार्यक्रम में भीड़ जुटाने की कोशिश की। इस कार्यक्रम के लिए सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग किया गया। हालात यह रही कि अधिकतर बस रूट कैंसल कर लोगों को परेशान किया गया।  इस कार्यक्रम में आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर, मनरेगा मजदूर और लाभार्थियों को लाकर भीड़ इकट्ठी करने का असफल प्रयास विधायक ने किया। लोगों के लिए बड़ी सौगातें दिलाने का आश्वासन विधायक ने दिया, मगर मुख्यमंत्री से किसी भी मांग को मनवाने में वे असफल रहे।

उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव और हिमाचल स्थपना के 75 साल पर होने वाले इस कार्यक्रम में 50 लाख से भी ज्यादा का खर्च किया गया। चौपाल की जनता को कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने कहा कि हिमाचल और चौपाल की जनता बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी है और इसलिए वह प्रदेश भाजपा सरकार को बदलने का पूरा मन बना चुकी है। हिमाचल की जनता आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को भारी बहुमत जीताएगी