स्कूल प्रबंधनों के आगे भीषण गर्मी हो गई फैल मनमर्जी से खुल रहे है प्रात:काल स्कुल

स्कूल प्रबंधनों के आगे भीषण गर्मी हो गई फैल  मनमर्जी से खुल रहे है प्रात:काल स्कुल

नाहन, मई :भीषण गर्मी से हजारों स्कुली छात्रों को बचाने के लिए  समय बदलने  के मामले में सरकारी स्कूल प्रबंधनों की मनमर्जी जारी है कहीं 7:00 बजे स्कूल खुल रहे हैं तो कहीं 9:00 बजे।  सरकारी आदेश सिस्टम के सामने किस तरह बोने साबित हो जाते हैं यह यह सब अक्सर होता है हाल ही में बढ़ती गर्मी को देखते हुए हुए शिक्षा विभाग नेस्कूलों में पढऩे वाले लाखों छात्रों को भीषण गर्मी से बचाने के लिए के स्कूलों की समय सारणी में परिवर्तन किया था। खासतौर से समर क्लोजिंग स्कूलों में यह आदेश लागू होने थे। लेकिन स्कूल पर बंधनों की मनमर्जी के चलते  अलग.अलग समय में स्कूलों में विद्यार्थी जा रहे हैं कुछ विद्यार्थी 7:00 बजे स्कूल के लिए निकलते हैं तो कुछ 7:30 बजे आलम यह कि स्कूल प्रबंधन ने अपने स्टाफ  की सुविधा को देखते हुए भीषण गर्मी के बावजूद पुराना पुराना समय समय ही बरकरार रखा है यानी बहुत से स्कूलों के छात्र 9:00 बजे स्कूल पहुंच रहे हैं और भीषण गर्मी में मैं दोपहर बाद घरों में वापसी हो रही है उच्च शिक्षा विभाग विभाग का कहना है है कि स्कूल प्रबंधन को स्कूल प्रबंधन को आदेश दिए गए थे।
कि वह स्कूल का समय अभिभावकों के साथ बातचीत  करके 7:00 बजे या 7:30 बजे तय कर ले सरकार के शिक्षा विभाग के आदेशों का बहुत से स्कूलों में तो एक असर 
नजर आया है लेकिन जिला मुख्यालय समेत अन्य बहुत से ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में अभी भी समय 9:00 बजे ही रखा गया है। सवाल यह है कि क्या प्रातकाल जाने वाले छात्रों को ही गर्मी सता रही थी या या फिर 9:
00 बजे स्कूल में पहुंचने वाले हजारों छात्रों को गर्मी का असर नहीं हो रहा है। छात्रों की सेहत पर विपरीत असर नहीं पड़ेगा इस मामले को लेकर विभाग खामोश है। बहुत से लोगों का कहना है है कि सरकार ने आनन.फानन में में स्कूलों का समय प्रात: काल 7:00 या 7:30 बजे तक देने के आदेश दे दिए लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को बस आदि को को प्रात काल स्कूलों में पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि बहुत सी स्थानों पर बस सेवा उपलब्ध नहीं है छात्रों को छात्रों स्टाफ  
को पैदल चलकर स्कूलों में पहुंचना पड़ता है इन आदेशों से छात्रों को लड़के तड़के उठना उठना पड़ रहा है । 
ऐसे में अभिभावकों की परेशानी भी पहले से ज्यादा बढी है। मांग कि जा रही है सरकार को चाहिए कि वह ऐसे स्कूलों की सूची तलब करें जो आदेशों के बावजूद भी पुराने समय पर भी खुल रहें। 
इस मामले में शिक्षा उपनिदेशक कर्मचारी ने बताया कि शिक्षा विभाग ने समर क्लोजिंग स्कूलो
 का समय बढ़ते तापमान के चलते बदलने के आदेश दिए थे।  आदेशों के अनुसार स्कूल प्रबंधनों को को अभिभावकों के साथ मिलकर प्रात: काल का समय 7:00 या 7:30 बजे तय करना था उन्हें बताया स्कूलों की की सूची तलब की जाएगी जो पुराने समय पर ही खुल रहे हैं।