पढ़ने की उम्र में भीख मांगवा रहे मां-बाप.. ज़िला प्रशासन बाल विकास विभाग सालों से बैठे हैं हाथ पर हाथ धरे...

अक्स न्यूज लाइन नाहन 02 अक्तूबर :
सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलाकर अपने नोनिहालो को ख़ुद ही भीख मांगने के लिए भेज रहे है मां-बाप यह पढ़ कर अटपटा लगता है लेकिन यह सच्चाई है। इस काम मे खुद इनके परिजन भी शामिल है जो लाइन में बैठ कर भिक्षा वृत्ति को बढ़वा दे रहे हैं और ज़िला प्रशासन बाल विकास विभाग सालों से हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
मिसाल के तौर पर नाहन विधानसभा क्षेत्र के गांव सती वाला की बंगला बस्ती के निवासियों के बच्चे भी शामिल हैं। बस्ती के लोग अपने बच्चों के साथ ज्यादातर धार्मिक स्थलों के बाहर नजर आते हैं। मेलों में तो श्रद्धालुओं से जबरन भीख मांगते हैं ऐसे में मंदिरों के बाहर श्रद्धालु परेशान हो रहे हैं। नाहन के लखदाता पीर के नजदीक प्रत्येक गुरुवार को सुबह 7 बजे से ही सड़क किनारे इन भीख मांगें ने वाले लोगों को देखा जा सकता है। आलम यह है कि ऐसे बच्चे देवी देवताओं का भेष धारण करके भीख मांगने में पीछे नहीं है।
ऐसे में पुनर्वास व इन बच्चों को शिक्षित करने के सरकारी प्रयास क्या कभी सफल होंगे। जानकारी के अनुसार जिन स्कूलों में ऐसे बच्चे एनरोल हुए हैं वहां के अध्यापक इनके परिजनों को लगातार अपने बच्चों को रोजाना स्कुल भेजने बारे दबाव बनाते हैं लेकिन नतीजा जीरो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने इन परिवारों को रहने के लिए जमीन दी है ताकि पुनर्वास हो सके स्कूलों में किताबें मुफ्त दी जाती है, वर्दी भी मुफ्त में मिड डे मील भी फिर भी अधिकांश बच्चे स्कूल नहीं आते।