हिमालयन ग्रुप में आयोजित वेबिनार में चैटबॉट के डेटाबेस डिजाइन पर हुई चर्चा....

हिमालयन ग्रुप में आयोजित  वेबिनार में चैटबॉट के डेटाबेस डिजाइन पर हुई चर्चा....

अक्स न्यूज लाइन ..नाहन 27 मार्च 2023
हिमालयन ग्रुप ऑफ  प्रोफेशनल इंस्टीट्यूशंस, कालाअंब के इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान विभागों ने वर्तमान परिदृश्य चुनौतियां और भविष्य के पहलू विषय पर एक दिवसीय वेबिनार आयोजित किया। भारत भर से उद्योग और शिक्षा जगत के प्रख्यात वक्ताओं ने चैटबॉट के विभिन्न पहलुओं पर विशेषज्ञ वार्ता की। वेबिनार का उद्घाटन करते हुए निदेशक डा. हरीश महेंद् ने वेबिनार में चर्चा किए गए बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस उभरती हुई तकनीक पर वेबिनार आयोजित करने के महत्व को भी इंगित किया। जो सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शोधकर्ताओं के लिए चर्चा का विषय बन गया है। ओपन आई द्वारा विकसित व नवंबर 2022 में लॉन्च किया गए चैटजीपीटी 100 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ लोकप्रिय हो चुका है।
 यहां तक कि गूगल और फेसबुक जैसे आईटी दिग्गजों ने भी इसी तरह के अनुप्रयोग विकसित करना शुरू कर दिया है। वेबिनार का संचालन और समन्वय कंप्यूटर विभाग के विभागाध्यक्ष चेतन अग्रवाल द्वारा किया गया था।  
एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई की प्रोफेसर जी निरंजना ने विभिन्न क्षेत्रों में चैटबॉट्स और इसके अनुप्रयोगों का विस्तृत परिचय दिया। एनआईटी श्रीनगर के वक्ता डा. वेनिजस्टन ने चैटबॉट्स की आर्किटेक्चर के बारे में बताया जबकि एनआईटी हमीरपुर के डा. प्रदीप सिंह ने चैटबॉट के डेटाबेस डिजाइन और कार्यान्वयन मॉड्यूल को समझाया। एनआईटी कुरुक्षेत्र के डा. मोहित दुआ ने चैटबॉट की सीमाओं और चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए। 
उन्होंने डेटा लीक होने और यूजर्स की प्राइवेसी के मामले में मानव जाति के लिए संभावित खतरों पर भी प्रकाश डाला। ऐसी अटकलें हैं कि चैटजीपीटी जैसे उन्नत चैटबॉट्स की शुरुआत के साथ विभिन्न क्षेत्रों में विशेष रूप से डेटा एंट्री क्लर्क. कॉपीराइटर. टेलीमार्केटर, ट्रैवल एजेंट, कंटेंट मॉडरेटर आदि के क्षेत्र में नौकरियों की छंटनी हो सकती है। वेबिनार में हिमालयन कॉलेजों के सभी छात्रों और फैकल्टी और पूरे भारत के अन्य संस्थानों के लगभग 100 फैकल्टी और छात्रों ने भाग लिया। हिमालयन ग्रुप के अध्यक्ष रजनीश बंसल ने समन्वयक पूजा मिश्रा, सूरज सिंह,प्रभाकर सेमवाल, अंजना और अनीशा सहित आयोजन टीम को बधाई दी।