8 से 22 अप्रैल तक मनाया जाएगा पोषण पखवाड़ा : अमरजीत सिंह

उपायुक्त ने कहा कि पोषण पखवाड़ा चार मुख्य विषयों पर आधारित रहेगा। इसमें बच्चे की जिंदगी के पहले 1000 दिनों की महत्ता और इन दिनों के दौरान उसके सही पोषण, पोषण ट्रैकर के माध्यम से निगरानी एवं प्रचार-प्रसार, सीमैम मॉडयूल के माध्यम से कुपोषण का प्रबंधन और बच्चों में मोटापे की समस्या को दूर करने के लिए स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल किए गए हैं।
अमरजीत सिंह ने कहा कि पोषण अभियान के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सभी संबंधित विभागों, विशेषकर महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य, आयुष और शिक्षा विभाग में आपसी समन्वय बहुत जरूरी है। इस अभियान में आंगनवाड़ी और आशा वर्कर्स की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। क्योंकि, इनके माध्यम से ही बच्चों और महिलाओं से संबंधित योजनाएं जमीनी स्तर तक पहुंचती हैं।
उन्होंने कहा कि पोषण पखवाड़े के दौरान 2 वर्ष तक के बच्चों की ग्रोथ और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच भी की जाएगी। इनमें कुपोषण और अनीमिया के मामले सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें त्वरित कदम उठाएंगी। उपायुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिला हमीरपुर में स्वास्थ्य विभाग की 11 टीमें स्कूली विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जांच कर रही हैं। पोषण पखवाड़े के दौरान भी ये टीमें फील्ड में सक्रिय रहेंगी। बच्चों को स्वस्थ जीवन शैली और पौष्टिक एवं संतुलित आहार अपनाने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि पोषण पखवाड़े के दौरान आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों का ब्यौरा सभी संबंधित विभागों को प्रेषित किया जा रहा है। सभी विभाग इन गतिविधियों से संबंधित फोटो एवं वीडियो वेबपोर्टल पर अवश्य अपलोड करें। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल कुमार ने पोषण पखवाड़े के संबंध में विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।