पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कुलदीप राणा भाजपा से 6 वर्षों के लिए निष्काषित, समीक्षा बैठक ने लिया निर्णय

पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कुलदीप राणा भाजपा से 6 वर्षों के लिए निष्काषित, समीक्षा बैठक ने लिया निर्णय


हिमाचल में हाल ही में हुए चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा, चुनाव परिणाम के बाद चर्चाओं में बीजेपी के हार का सबसे बड़ा कारण भीतर घात बताया जा रहा है। शिलाई भाजपा मण्डल ने भाजपा कार्यालय में मण्डल अध्यक्ष सूरत सिंह की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक में जिला भाजपा खेलकूद अध्यक्ष कुलदीप राणा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए छह वर्षों के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
गौर हो कि भाजपा के पूर्व विधायक बलदेव सिंह तोमर ने शिलाई विधानसभा  के अंदर अथाह करवाये तथा दशकों से लंबित मांग हाटी को जनजाति का दर्जा भी दिलवाया , बावजूद इसके बलदेव सिंह तोमर को शिलाई की जनता ने 382 वोटों से हरा दिया, जिसके बाद भाजपा में भितरघात की चर्चाएं शुरू हो गई। 
मंडल अध्यक्ष सूरत सिंह ने बताया कि विधानसभा शिलाई के बूथ लेवल के पदाधिकारियों से लेकर उच्च अधिकारियों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया , जिसमें चुनाव में रही कमियों पर विस्तार से चर्चा हुई। साथ ही पार्टी में निष्क्रिय पदाधिकारियों पर भी विचार विमर्श किया गया। 
मण्डल के सभी पदाधिकारियों ने कोटिउतरौ गांव से भाजपा जिला युवा खेलकूद अध्यक्ष कुलदीप राणा के गांव व पंचायत से भाजपा की बढ़त घट कर कांग्रेस की लगभग 200 की लीड जाने पर चर्चा हुई, जिसमे कुलदीप राणा को पार्टी के विरुद्ध कार्य करने के आरोपों के साथ पार्टी ने 6 वर्ष के लिए निष्काषित करने का निर्णय लिया है। 
उन्होंने बताया कि कुलदीप राणा को चुनाव के दौरान पार्टी के साथ भितरघात करके विपक्ष को बड़ी लीड दिलाई है, जिससे नाराज मंडल के सभी कार्यकर्ताओं ने कुलदीप राणा को मंडल से बाहर करने का फैसला लिया है।