कांग्रेस हाईकमान भी नहीं बना पाया मंत्रिमंडल पर सहमति

कांग्रेस हाईकमान भी नहीं बना पाया मंत्रिमंडल पर सहमति

हिमाचल में क्लियर मेजॉरिटी मिलने के बावजूद मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू कैबिनेट का विस्तार नहीं कर पा रहे हैं। विधायक दल का नेता चुने हुए एक सप्ताह बीत गया है। मगर, अभी तक कैबिनेट का पता नहीं है। इसे लेकर अब सियासी गलियारों में अलग-अलग तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है। 
सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों के नाम पर हाईकमान से सहमति नहीं बन पा रही है। हाईकमान ने भले ही प्रतिभा सिंह व उनके गुट के ऊपर सुखविंदर सुक्खू को सीएम पद के लिए तरजीह दे दी। मगर, मंत्रियों के नाम में उन्हें फ्री हैंड नहीं दिया गया है। यहां तक कि हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला भी अलग लिस्ट तैयार कर चुके हैं। 
कैबिनेट के गठन में देरी की वजह से प्रदेश में विकास कार्य ठप पड़े हैं। राज्य में पहले ही आदर्श चुनाव आचार संहिता के कारण लगभग 2 महीने तक विकास की रफ्तार पटरी से उतरी रही है। अब कैबिनेट गठन लटकने से कई जरूरी काम शुरू नहीं हो पा रहे। प्रदेश में सीएम व डिप्टी सीएम का चयन 10 दिसंबर को कर दिया गया है। 
11 दिसंबर को दोनों की शपथ भी हो गई है। तब कहा जा रहा था कि दो-चार दिन में कैबिनेट का विस्तार हो जाएगा। मगर सीएम सुखविंदर सुक्खू अभी भी कैबिनेट का फैसला नहीं कर पाए हैं। गौर हो की सुखविंदर मंत्री पद के दावेदारों में से 2 को विधानसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर लगाना चाहते हैं। मगर, सभी मंत्री बनने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। 
इसलिए दिल्ली में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर को लेकर घमासान तेज हो गया है, क्योंकि विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान दोनों को धर्मशाला के तपोवन में शपथ दिलाई जानी है। कैबिनेट विस्तार में सबसे बड़ा पेंच शिमला जिले के कारण है। 
यह पेंच सुखविंदर सुक्खू के करीबी रोहित ठाकुर व अनिरुद्ध सिंह, हॉली लॉज के मोहन लाल ब्राक्टा तथा सोनिया गांधी के खास ठियोग के विधायक एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर की वजह से माना जा रहा है, जबकि विक्रमादित्य सिंह का नाम लगभग तय है। शिमला से 2 का मंत्री बनना तय है। यहां से अधिकतम 3 मंत्री बनाए जा सकते हैं, जबकि यहां दावेदार 5 माने जा रहे हैं। 
सुखविंदर सुक्खू अब न तो अपने करीबी दोनों विधायकों को, न हॉली लॉज और न सोनिया गांधी के करीबी राठौर को नजरअंदाज कर पा रहे हैं। कांगड़ा से अधिकतम 3 मंत्री बनेंगे। मगर, अभी चंद्र कुमार और सुधीर शर्मा का नाम ही फाइनल हो सकता है। तीसरे मंत्री के रूप में संजय रत्न, केवल सिंह पठानिया, आशीष बुटेल में से भी किसी एक को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले मंत्री पद मिल सकता है। 
चंबा जिले से कुलदीप पठानिया, सोलन से धनीराम शांडिल, संजय अवस्थी व राम कुमार में से एक, किन्नौर से जगत सिंह नेगी, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर, सिरमौर से हर्षवर्धन चौहान, घुमारवीं से राजेश धर्माणी, हमीरपुर से राजेंद्र राणा, कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर को मंत्री पद मिल सकता है। इन्हीं में से स्पीकर या डिप्टी स्पीकर की तैनाती की जानी है।