अपनी हर जिम्मेदारी को सत्यनिष्ठा से निभा रहे हैं मुख्यमंत्री: नरेश चौहान

नरेश चौहान ने कहा कि ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू बतौर मुख्यमंत्री अपने समस्त दायित्वों का बखूबी निर्वहन करते हुए अपेक्षाओं से बढ़कर जनसेवा करने का प्रयास कर रहे हैं। राजनीतिक जीवन में अपनी प्रत्येक जिम्मेदारी को सत्यनिष्ठा से निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के अतिरिक्त वह एक पिता भी हैं और अपने परिवार के प्रति भी उनकी जिम्मेदारी है जिसके निर्वहन हेतु वह अपनी बेटी का उच्च शिक्षा के लिए दाखिला करवाने के सिलसिले में परिवार सहित विदेश की निजी यात्रा पर हैं। ऐसे में एक पिता का धर्म निभाने के लिए मुख्यमंत्री पर गैरजिम्मेदराना टिप्पणी करना विपक्ष के बौद्धिक एवं नैतिक पतन की चरम सीमा का दुखद उदाहरण है। उन्होंने कहा कि विपक्ष आज मुद्दाहीन है और इसी बौखलाहट में वह मुख्यमंत्री के निजी और व्यक्तिगत जीवन पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर आतुर दिखाई पड़ रहा है।
नरेश चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन केे दृढ़ संकल्प के साथ अढ़ाई वर्षों के अपने छोटे से कार्यकाल में सतत् विकास, आत्मनिर्भरता, संसाधन सृजन, पारदर्शिता, रोज़गार सृजन और आर्थिक सुदृढ़ीकरण की दिशा में जो निर्णय और नीतियां अपनाई हैं वह न केवल हिमाचल और प्रदेशवासियों की प्रगति का नया अध्याय रच रही हैं बल्कि अन्य राज्यों के लिए पथप्रदर्शक बनी हैं। उन्हांेने कहा कि इन नीतियों से समस्त प्रदेशवासी लाभान्वित हो रहे हैं और व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय में प्रदेश सरकार का पूरा समर्थन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की नीतियों और समर्थन को मिल रहे अपार जनसमर्थन से विपक्ष बेचैन है और इसी तिलमिलाहट के चलते वह अब मुख्यमंत्री के निजी जीवन पर बेतुकी बयानबाजी करने के निम्त स्तर पर आ पहुंचा है।
मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया ने कहा कि सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने को जो संवैधानिक दायित्व भाजपा को मिला है वह उस भूमिका में पूर्ण रूप से विफल रही है। उसके उलट विपक्ष आज ट्रोल आर्मी बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि भाड़े पर ट्रोलर इकट्ठे कर मुख्यमंत्री के निजी जीवन पर असभ्य टिप्पणी करना न तो राजनीतिक जीवन से जुड़े व्यक्तियों को शोभा देता है और न ही सभ्य समाज में स्वीकार्य है।
उन्होंने कहा कि भाजपा आज पांच गुटों में बंट चुकी है और सभी गुट आपसी लड़ाई में इस कदर उलझे हैं कि उनका सम्पर्क आमजन से पूरी तरह टूट चुका है। यदि विपक्ष लोगों के बीच जाए तो वह जानेंगे कि प्रदेश सरकार की योजनाएं लोगों के जीवन में समृद्धि ला रही है जिस कारण प्रदेशवासियों में मुख्यमंत्री के लिए स्नेह और सम्मान है।