एचपी शिवा प्रोजेक्ट के तहत बंगाणा विकास खंड में 400 हेक्टेयर भूमि पर होगा ...........बागवानी विकास, अगले 5 वर्षों में खर्च होंगे लगभग 200 करोड़ रुपए
अक्स न्यज लाइन -- ऊना, 20 अप्रैल 2023
प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों व बागवानों के आर्थिक सुदृढ़ीकरण के मकसद से अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों की आय में बढ़ोतरी के साथ-साथ बेरोजगारी की चुनौती से निपटा जा सके। प्रदेश सरकार के इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप एचपी शिवा प्रोजेक्ट की बदौलत जिला ऊना का विकास खंड बंगाणा बागवानी क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान कायम करने जा रहा है। करीब 2 वर्ष पहले एचपी शिवा प्रोजेक्ट की शुरुआत में बंगाणा विकास खंड के अलग-अलग क्षेत्रों में 9 अग्रिम पंक्ति प्रदर्शनी स्थल तैयार किए गए हैं जहां पर उद्यान विभाग के विशेषज्ञों द्वारा स्थानीय बागवानों की भूमि पर उत्तम किस्म के अमरूद, अनार तथा माल्टा इत्यादि के पौधे लगाए गए हैं इन अग्रिम पंक्ति प्रदर्शनी स्थलों की स्थापना के लिए विभाग द्वारा बागवानों को पौधों, कंपोजिट फेंसिंग, भूमि सुधार तथा सिंचाई सुविधा इत्यादि प्रदान करने के लिए 80ः का अनुदान दिया गया है इसके अलावा बगीचे की विशेष देखभाल व रखरखाव तथा समय-समय पर कीटों की रोकथाम के लिए स्प्रे करने वारे भी उन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है।
एशियन डेवलपमेंट बैंक से स्वीकृति के उपरांत वर्ष 2023 में एचपी शिवा प्रोजेक्ट के अंतर्गत विकासखंड बंगाणा के गांव दोबड़, थाना खुर्द, दलेहड़ी राजपूता, सनहाल, बौल-1, बौल-2, नलबाड़ी डुमखर, मुच्छाली, चड़ोली, हंडोला तथा बल्ह नामक गांवो की लगभग 200 हैक्टेयर भूमि पर विभिन्न प्रकार की उन्नत किस्म के फलदार पौधे के बगीचे लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। परियोजना के दूसरे चरण में भी लगभग 200 हैक्टेयर भूमि में बगीचे लगाए जाएंगे। इन बगीचों में अनार अमरूद तथा माल्टा इत्यादि के पौधे लगाए जाएंगे।
क्षेत्र की ग्राम पंचायत बढ़वार के गांव खोलीं निवासी प्रगतिशील किसान/बागवान योगराज भारद्वाज जिनकी एक हेक्टर भूमि पर उद्यान विभाग द्वारा लगभग 2 वर्ष पूर्व अग्रिम पंक्ति प्रदर्शनी स्थल के रूप में अनार के 1,111 पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने अपने अनुभव सांझा करते हुए बताया कि एचपी शिवा प्रोजेक्ट के बारे में उन्हें सर्वप्रथम उद्यान विभाग से ही महत्वपूर्ण जानकारी मिली जिसके पश्चात उद्यान विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में उनकी भूमि पर प्रथम पंक्ति प्रदर्शनी स्थल तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा उद्यान विभाग के माध्यम से आरंभ किया गया एचपी शिवा प्रोजेक्ट उनके क्षेत्र में किसानों व बागवानों कि आए बढ़ाने की दिशा में एक बहुत ही सराहनीय और महत्वपूर्ण कदम है जिसके भविष्य में अत्यंत साकारात्मक परिणाम होंगे। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक विधि से उनकी भूमि पर उद्यान विभाग द्वारा तैयार किया गये बगीचे से उनके क्षेत्र में न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिल रहा है बल्कि जल संरक्षण के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में जल स्तर में भी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि पौधों की पंक्तियों के मध्य शेष स्थान पर उनके द्वारा ऑर्गेनिक विधि से अन्य कई प्रकार की नकदी फसलें भी तैयार की जा रही हैं जिसका उन्हें भरपूर लाभ हो रहा है। योगराज भारद्वाज ने उद्यान विभाग के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश सरकार का उनके क्षेत्र में इस प्रकार की महत्वपूर्ण परियोजना को लागू करने के लिए विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। उनका कहना है प्रदेश सरकार को ऊना जिलों के शेष विकास खंडों में भी एचपी शिवा प्रोजेक्ट को शुरू करना चाहिए ताकि भविष्य में बेरोजगार युवा पीढ़ी को इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त हो सके।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा एशियन डेवलपमेंट बैंक के सहयोग से 1292 करोड रुपए का एचपी शिवा प्रोजेक्ट आरंभ किया गया है। जिसके तहत हिमाचल प्रदेश के मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बड़े स्तर पर बागवानी विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के 7 जिलों के 28 विकास खंडों में शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट के तहत 6000 हेक्टेयर भूमि को बागवानी के लिए चयनित किया गया है जिसमें अमरूद, अनार, माल्टा, लीची, जापानी फल, पलंम आम तथा पीनट इत्यादि के उत्तम किस्म के पौधे लगाए जा रहे हैं। एचपी शिवा प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण में 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में कार्य आरंभ किया गया है जबकि दूसरे चरण में 2000 हेक्टेयर में बागवानी विकास से संबंधित कार्य किया जाएगा। वर्ष 2023 से शुरू किया गया एचपी सेवा प्रोजेक्ट वर्ष 2028 तक चलेगा तथा इससे लगभग 15000 किसान-बागवान लाभान्वित होंगे।