दस महीनें में ही सरकार के ख़िलाफ़ ऐसी नाराज़गी कभी नहीं देखी ,अभी तक नहीं आया एचआरटीसी के कर्मचारियों का वेतन : जयराम ठाकुर
अक्स न्यूज लाइन .. शिमला, 14 अक्तूबर
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान की सुक्खू सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह फेल है। आधा महीना हो चुका है लेकिन अभी तक एचआरटीसी के कर्मचारियों का वेतन नहीं आया है। यह वेतन कब तक आएगा, यह भी नहीं पता है। यह सरकार वित्तीय प्रबंधन के मामले में पूरी तरह से नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग इस सरकार से मात्र दस महीनें में ही त्रस्त हो गये हैं। हर जगह असंतोष फैला हुआ है। लोग सड़कों पर हैं, न सरकार से आपदा राहत और पुनर्वास का काम सही ढंग से हो पा रहा है न ही युवाओं को रोज़गार देने का। क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि वेतन से परिवार चलता है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। सरकार एचआरटीसी कर्मचारियों के वेतन अविलंब जारी करे। उन्होंने कहा कि सरकार ने कोविड कर्मियों को छह माह का बिना वेतन दिए निकाल दिया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार से प्रदेश में हर वर्ग के लोग नाराज़ हैं। इसका कारण है कांग्रेस द्वारा बोला गया सफ़ेद झूठ। चुनाव के पहले कांग्रेस ने प्रदेश के हर वर्ग से झूठे वादे किए थे। जिसे पूरा करने की मांग अब लोग सरकार से कर रहे हैं और सरकार अपने किए गए वादों को पूरा करने के मूड में नहीं है। ज़िला परिषद के कर्मचारी एक महीनें से ज़्यादा समय से धरने पर हैं। पेन डाउन स्ट्राइक कर रहे हैं। सारे कामकाज ठप पड़े हैं लेकिन सरकार को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ग्राम पंचायतों के ज़्यादातर कम जिला परिषद कर्मचारियों द्वारा किए जाते हैं। वह सारा का सारा काम ठप पड़ा है और पंचायत प्रधान बेबस हैं, वह अपनी मोहरें लौटाने की धमकी दे रहे हैं लेकिन सरकार को कोई फ़र्क़ ही नहीं पड़ रहा है। सरकार को ज़िला परिषद के सभी मुद्दों को अविलंब सुलझाना होगा और उनसे किए गए वादे को पूरा करना होगा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अभी पटवारियों द्वारा भी धरने की धमकी दी गई है जिसे सरकार ने झूठा आश्वासन देकर कुछ वक़्त के लिए टाल दिया है। सरकार उनकी मांगो को भी लेकर गंभीर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार आपदा राहत के मोर्चे पर पूरी तरह फेल रही। मुख्यमंत्री के दावों के उलट बहुत लोगों को नाममात्र का सहयोग मिला। आपदा राहत देने में अपना पराया किया गया। राहत राशि की बन्दरबांट हुई। आपदा प्रभावितों को दिये गए टेंट की गुणवत्ता मानक के अनुसार नहीं हैं। एक-दो महीनें में ही टेंट ख़राब हो गये। आगे लोग उन टेंट्स में आगे कैसे रहेंगे।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था के बुरे हाल हैं। माफिया प्रदेश में मज़बूत हो रहा है। औद्योगिक क्षेत्रों में आए दिन बाहुबल के प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं। आए दिन गोलीबारी और अपराध से अपना प्रभाव दिखाने की कोशिशों की खबरें आ रही हैं। ऐसे लोग किसकी शह पर इस तरह के काम कर रहे हैं, इसका जवाब सरकार को देना होगा। प्रदेश को अपराध और माफिया मुक्त बनाने की दिशा में सरकार को कदम उठाने होंगे।