तानाशाह सरकार ने कॉलेज की छात्राओं पर झूठी एफआईआर दर्ज की : छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़़ : नय गुप्ता

तानाशाह सरकार ने  कॉलेज की छात्राओं पर झूठी एफआईआर दर्ज की : छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़़ : नय गुप्ता

अक्स न्यूज लाइन नाहन  08 अक्तूबर  :  

हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विनय गुप्ता ने प्रदेश की सुक्ख सरकार पर अघोषित इमरजेंसी लगाने का आरोप जड़ा है । उन्होंने कहा कि गत दिवस मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सोलन जिला के दाड़लाघाट में बुलाई गई कॉलेज की छात्राओं पर जिस तरह से झूठी एफ आई आर दर्ज की गई है उससे स्पष्ट हो गया है कि यह तानाशाह सरकार   हर तीसरे दिन प्रदेश के किसी न किसी क्षेत्र में आम लोगों पर अकारण एफआईआर और झूठे मुकदमे दर्ज करवरकर प्रदेश के भोले भाले लोगों को डराने का काम कर रही है। 

उन्होंने कहा कि इस सरकार ने आपदा की घड़ी में मंडी जिला के सिराज में भयंकर बाढ़ से प्रभावित लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज करके संवेदनहीनता की सारी सीमाएं लांघ दी और उसके बाद इस सरकार ने सिरमौर के माजरा में प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल और पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी सहित सिरमौर जिला में अनेक लोगों पर झूठी एफआईआर दर्ज करवा कर लोगों को डराने का काम किया।  विनय गुप्ता ने कहा कि गत 3 वर्षों में कांग्रेस के नेताओं में सत्ता का नशा इस कदर परवान पर चढ़ा है कि अब वे  कॉलेज में पढ़ रही छात्राओं को सरकारी समारोह में बुलाकर उनके खिलाफ ही झूठे मुकदमे बनाकर उनके भविष्य के साथ घिनौना खिलवाड़ कर रहे हैं। 

प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अब लोकतंत्र पूरी तरह से ध्वस्त होकर "डर तंत्र" में बदल गया है। विनय गुप्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जब-जब भी कांग्रेस सरकारें बनी है तब तब उनकी सरकारों ने तानाशाही बनने का कोई मौका नहीं छोड़ा है और अब सुक्खू सरकार के कार्यकाल में हिमाचल में ऐसा माहौल तैयार हो गया है कि जो भी सच्चाई की आवाज उठाएगा, उसे जेल की सलाखों के पीछे जाना होगा। विनय गुप्ता ने कहा कि दाड़लाघाट में कॉलेज की जिन छात्राओं को सरकारी समारोह में बुलाया गया था यदि उन्होंने पानी और भोजन मांगा तो उनके विरूद्ध वहां के कांग्रेसी नेताओं के इशारे पर झूठी एफ आई आर दर्ज करवा कर निर्दोष छात्राओं को जेल जाने का डर दिखाकर  लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गई है। 
उन्होंने कहा कि कॉलेज की छात्राओं के भविष्य के साथ किए जा रहे खिलवाड़़  और राजनीति से प्रेरित इस झूठी एफआईआर को तुरंत वापस लिया जाए अन्यथा इस तानाशाही सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।