नाहन: जरजा क्षेत्र के 8 लैंड डेवेल्पर्स को नप प्रशासन ने थमाए नोटिस,10 दिन के भीतर भुमि की सब डिवीजन का ब्यौरा मांगा...

नाहन: जरजा क्षेत्र के 8 लैंड डेवेल्पर्स को नप प्रशासन ने थमाए नोटिस,10 दिन के भीतर भुमि की सब डिवीजन का ब्यौरा मांगा...

 अक्स न्यूज लाइन नाहन 20 दिसम्बर : 

आखिरकार नप प्रशासन ने शहर के वार्ड नम्बर 2 में करीब 20 सालों से  विकसित हो रहे जरजा जरजा वर्तमान में यशवंत विहार में प्लाटों  की खरीदो-फरोख्त के लिए हुए भुमि के सब डिवीजन से सम्बंधित मामलों में जांच करने के इरादे से इस क्षेत्र में अब सेंकडों प्लॉट बेचने वाले लैंड डेवेल्पर्स,भुमि मालिकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।

 मिली जानकारी के अनुसार नप प्रशासन ने प्रथम चरण में फिलहाल 8 से 10 लैंड डेवेल्पर्स को नोटिस भेज कर 10 दिन के भीतर पिछले दो दशकों में बेचे गए प्लॉटों से सम्बंधित भुमि के सब डिवीजन का रिकार्ड उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गए हैं।

इस मामले में हाल ही में नगर परिषद में सदन ने प्रस्ताव पारित कर के कहा था कि सभी लैंड डेवेल्पर्स व बिल्डरों से नगर परिषद द्वारा पूर्व में स्वीकृत भुमि के उप विभाजन यानी सब डिवीजन नगर परिषद को।उपलब्ध करादें।

 सदन ने इस मामले की परतें खोलने के लिए वार्ड नं 2 के पार्षद की अध्यक्षता में एक कमेटी गठन भी किया है। यह कमेटी क्षेत्र में बिल्डरों द्वारा उपलब्ध कराये जाने पर आधारभूत ढांचे के मामले में सालों से बरती गई घोर अनिमितताओं को लेकर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

 उधर सालों से इस विकसित हो रहे क्षेत्र में रहने वाले सैंकड़ो बाशिंदे बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे हैं जरजा औऱ यशवंत विहार के अधिकांश हिस्से में सड़के कच्ची है , खुले में सवीरेज बह रहा है

 क्षेत्र में लैंड डेवेल्पर्स व अन्य धन्नासेठों ने 90 प्रतिशत भू भाग सेल कर चुके हैं। सैकड़ो प्लाट बिके, करोड़ों का व्यापार हुआ लेकिन अपने घर बनाने  वालो को आज तक बुनियादी सुविधाएं नसीब नहीं हो सकी।

जरजा क्षेत्र में आज सैकड़ों मकान मालिकों के लिए बुनियादी ढांचा पिछले 20 साल से एक सपना है और करोड़ों खर्च करने के बाद उनकी दुखती रग भी है।

 मांग तो यह भी की जा रही हैं जांच तो नगर प्रशासन की भी होनी चाहिये कि पिछले 20 सालों में भूमि के सब डिवीजन धड़ा धड़ आंख मुद कर कैसे स्वीकृत कर लिए गए। आज जरजा, यशवंत विहार में रहने वाले सैकड़ो लोग जो भुगत रहे हैं वो नगर परिषद के सियासी गठ जोड़ का नतीजा कहा जा सकता है।