टी.बी उन्मूलन अभियान के लिए संयुक्त प्रयासों की जरूरत: डॉ. निपुण जिंदल

टी.बी उन्मूलन अभियान के लिए संयुक्त प्रयासों की जरूरत: डॉ. निपुण जिंदल

औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिध्यिों से बैठक कर नि-क्षय मित्र बनने का किया आह्वान
धर्मशाला, 18 दिसम्बर। टीबी उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। टीबी रोगियों के उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक प्रयास किये जा रहे हैं। लेकिन इससे पीड़ित लोगों को मानसिक और मनोवैज्ञानिक बल प्रदान करने के लिए समाज के सभी घटकों का सहयोग भी आवश्यक है। नि-क्षय मित्र के रूप में औद्योगिक इकाईयों के सहयोग को लेकर उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला में जिला कांगड़ा में स्थापित उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने यह बात कही। डीसी ऑफिस धर्मशाला में आयोजित इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा गंधर्वा राठौड़, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉ गुरदर्शन गुप्ता सहित जिले के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से आए औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
नि-क्षय मित्र के तौर पर सहयोग को लेकर उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने उद्योगों के प्रतिनिधियों से टी.बी उन्मूलन में सहयोग देने की बात कही। उन्होंने आग्रह किया कि औद्योगिक इकाईयां नि-क्षय मित्र बनकर टी.बी रोगियों की सहायता को आगे आएं और टी.बी मुक्त कांगड़ा बनाने के संयुक्त प्रयासों में सहयोगी बनें। उपायुक्त ने कहा कि क्षय रोग असाध्य रोग नहीं है। रोग की शीघ्र और सही जांच के बाद सफल उपचार से टी.बी को हराना संभव है।