छह पॉलिटेक्निक कॉलेज, 14 आईटीआई, 43 आयुर्वेदिक संस्थान, दो डीएसपी ऑफिस समेत 16 पुलिस कार्यालय किए बंद

छह पॉलिटेक्निक कॉलेज, 14 आईटीआई, 43 आयुर्वेदिक संस्थान, दो डीएसपी ऑफिस समेत 16 पुलिस कार्यालय किए बंद

हिमाचल प्रदेश में पूर्व जयराम सरकार के समय खोले गए विभिन्न विभागों के संस्थानों और कार्यालयों को बंद करने का सिलसिला थम नहीं रहा। मौजूदा सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू की सरकार में छह बहुतकनीकी कॉलेज,14 आईटीआई, दो आयुर्वेदिक अस्पताल समेत 43 आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटर (एएचसी) , दो डीएसपी ऑफिस समेत 16 पुलिस थाने और चौकी बंद कर दिए गए। 
प्रदेश में अब तक कांग्रेस सरकार विभिन्न विभागों के 404 कार्यालयों और संस्थानों को डिनोटिफाई कर चुकी है। सरकार ने कई आईटीआई में ऐसी ट्रेड भी बंद करने का फैसला लिया है, जिन्हें विधानसभा चुनाव के समय शुरू किया गया था। पूर्व जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र चोलथरा में और मंडी के ही भदरोता में खुला बहुतकनीकी कॉलेज सरकार ने बंद कर दिया है। 
इसके अलावा मंडी के तीन आईटीआई रिवालसर, बरोट और हाथ गढ़ को भी डिनोटिफाई कर दिया गया है। इन संस्थानों में अभी कक्षाएं शुरू नहीं हुई थीं। वहीं, चुनाव से पहले पूर्व जयराम सरकार ने सुंदरनगर और गड़खल आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र को अस्पताल बनाया था। सरकार ने इन दोनों अस्पतालों को डिनोटिफाई कर दिया है। 
आयुर्वेद विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक कुल 43 आयुर्वेदिक संस्थानों में से 31 आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं मिलना भी शुरू हो गई थीं। इसके अलावा पांच संस्थान अभी खुले नहीं थे, जबकि पांच की अधिसूचना जारी नहीं की गई थी। डिनोटिफाई किए गए संस्थानों में तैनात स्टाफ को विभाग के आला अधिकारियों के पास रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। 
अब इन कर्मचारियों की तैनाती अन्य संस्थानों में की जाएगी। गौर हो कि 1 अप्रैल, 2022 के बाद भाजपा सरकार ने जितने भी फैसले लिए थे, उन्हें सुक्खू सरकार रिव्यू कर रही है। विभागों से इसकी रिपोर्ट मांगी गई है।