जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लाभार्थियों के चयन को तेज़ करने के निर्देश
उपायुक्त ने कहा कि जिले की 854 उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से 3,23,072 राशन कार्ड धारकों को आटा, चावल, दालें, चीनी, खाद्य तेल और नमक जैसी आवश्यक वस्तुओं का नियमित वितरण किया जा रहा है। अप्रैल से सितम्बर 2025 तक की अवधि में 2,80,399.38 क्विंटल आटा, 1,75,029 क्विंटल चावल, 31,271.87 क्विंटल दालें, 34,443.94 क्विंटल चीनी, 2,17,856 लीटर खाद्य तेल तथा 10,870.77 क्विंटल नमक वितरित किया गया। उन्होंने कहा कि पोषण की दृष्टि से सभी उचित मूल्य की दुकानों पर फोर्टिफाइड आटा, चावल, नमक तथा खाद्य तेल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल से सितम्बर 2025 के दौरान 1882 निरीक्षण किए गए। उपायुक्त ने कहा कि नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए जांच और निरीक्षण को और अधिक प्रभावी बनाया जाए तथा उपभोक्ता शिकायतों का त्वरित समाधान किया जाए।
बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि जिले के बर्फबारी वाले क्षेत्रों की 84 उचित मूल्य की दुकानों में से 68 को सर्दियों का अतिरिक्त राशन उपलब्ध करवा दिया गया है। उपायुक्त ने शेष 16 दुकानों के लिए शीघ्र वितरण करने के निर्देश दिए। बैठक में जिले में 3 नई उचित मूल्य की दुकानों, 7 विस्तार शाखाओं और 1 नई दुकान के आवेदन को स्वीकृति प्रदान की गई तथा 8 उचित मूल्य की दुकानों को खोलने के लिए प्रचार-प्रसार करने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने बताया कि जिले में आधार सीडिंग का कार्य शत प्रतिशत पूरा किया जा चुका है। जबकि मोबाइल सीडिंग 96.65 प्रतिशत पूरी कर ली गई है। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, जिला पंचायत अधिकारी अंचित डोगरा, जिला नियंत्रक खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले बिजेन्द्र सिंह पठानिया, सहायक प्रबंधक राज्य आपूर्ति निगम छेरिंग वांग्यूल, प्रबंधक भारतीय खाद्य निगम, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अजय बदरेल सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।



