आज के दिन 11वें पंचेन लामा हुए थे लापता, भूपपुर में सामूहिक प्रार्थना सत्र का आयोजन

आज के दिन 11वें पंचेन लामा हुए थे लापता, भूपपुर में सामूहिक प्रार्थना सत्र का आयोजन

अक़्स न्यूज लाइन, नाहन -- 17 मई 

दलाईलामा के बाद तिब्बतियों के दूसरे सबसे बड़े धर्मगुरु 11वें पंचेन लामा को लापता हुए आज 17 मई को 29 साल पूरे हो गए।
तिब्बती बस्ती भूप्पुर के दावा डोल्मा,अध्यक्ष,आर टी डब्ल्यू ,त्सेरिंग लेंचिक,अध्यक्ष आर टी वाई सी ने बताया कि पीपुल्स रिपब्लिक आफ  चाइना,पीआरसी द्वारा मात्र छह वर्ष की आयु में ही अगवा कर लिया गया था। इसके बाद से आज तक दुनियाभर के तिब्बती समुदाय को उनके परिवार के विषय में कोई जानकारी नहीं है।

दावा डोल्मा,अध्यक्ष,आर टी डब्ल्यू ने जानकारी देते हुए बताया कि 11वें पंचेन लामा गेदुन छुयाकी नीमा का जन्म 25 अप्रैल 1989 को तिब्बत के लाहरी जिले में हुआ था।धर्मगुरु दलाईलामा ने 14 मई 1995 को नीमा को महज 6 वर्ष की आयु में उन्हें 11वें पंचेन लामा के रूप में मनोनीत किया था। दावा डोल्मा ने बताया किइस घोषणा के तीन दिन के बाद ही यानि 17 मई 1995 को पंचेन लामा को पीआरसी ने परिवार समेत अगवा कर लिया था। तब से हर वर्ष पंचेन लामा के जन्म दिन 25 अप्रैल को भी उनकी सलामती के लिए दुआएं मांगी जाती हैं जबकि 17 मई को उनकी रिहाई की मांग चीनी सरकार से की जाती है।

दावा डोल्मा ने बताया कि पंचेन लामा तिब्बत में लामाओं के पुनरावतारों में से एक हैं। जिनमें से प्रत्येक प्रभावशाली ताशिलहुंपो बौद्धमठ का प्रमुख होता है। दावा डोल्मा ने बताया कि तिब्बती बौद्ध धर्म में प्रभुत्वपूर्ण गेलुग् पा मत में दलाई लामा के बाद दूसरी आध्यात्मिक शक्ति थे। उपाधि ष्पंचेनष् ताशिलहुंपो मठ के उन प्रमुख मठाधीशों को पांरपरिक रूप में दी जाती है। जिन्हें उनकी परिपक्वता और ज्ञान के आधार पर चुना जाता ‌है। 11वें पंचेन लामा के लिए तिब्बती बस्ती भूप्पुर में सामूहिक प्रार्थना सत्र का आयोजन किया गया है।