अरिहंत इंटरनेशनल विद्यालय में दो दिवसीय राज्य स्तरीय अडंर -15 शंतरज प्रतियोगिता का शुभारंभ

मुख्य अतिथि उप मंण्डलीय अधिकारी जिला सिरमौर राजीव सांख्यान द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। उन्होंने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि “खेल जीवन का अभिन्न हिस्सा है, जो हमें अनुशासन, धैर्य और निरंतर प्रयास का संदेश देता है।” उन्होंने विद्यार्थियों को यह संदेश दिया कि “असफल वही होता है जो प्रयास करना छोड़ देता है।”
इसके पश्चात विद्यालय की निदेशक व प्रधानाचार्या देविंदर साहनी ने अपने संबोधन में कहा कि शतरंज केवल एक खेल नहीं, बल्कि यह जीवन में सही निर्णय लेने की कला सिखाता है। यह विद्यार्थियों में रणनीतिक सोच, धैर्य और एकाग्रता का विकास करता है। उन्होंने कहा कि “जीत-हार से अधिक महत्वपूर्ण यह है कि हम हर खेल से कुछ नया सीखें और आगे बढ़ें।” इसके बाद जिला की शंतरज एसोसिएशन ने विद्यालय का विशेष रूप से धन्यवाद किया तथा हिमाचल के विभिन्न जिलों से आए प्रतिभागियों का स्वागत किया का अपनी उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन श्री अनिल जैन व महासचिव सचिन जैन ने भी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की भावना, आत्मविश्वास और बौद्धिक विकास को प्रोत्साहित करती हैं। उन्होंने सभी खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे खेल भावना को सर्वोपरि रखें और अपने प्रदर्शन से विद्यालय एवं क्षेत्र का नाम रोशन करें। कार्यक्रम में अनेक जिला व राज्य की शंतरज एसोसिएशन की कार्यकारिणी के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहें जिनमें शैलजा ठाकुर , जगदीश ठाकुर, हितेश, आशीष , सुशील व विवेक शर्मा प्रमुख थे।
कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों से आए प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विद्यालय में ही अभिभावकों व प्रतिभागियों के लिए भोजन व जलपान की उचित व्यवस्था की गई। प्रतियोगिता के पहले दौर में खिलाड़ियों ने अपनी बुद्धिमत्ता और कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। विद्यालय परिसर खेल भावना और उत्साह से सराबोर रहा।