अब धारा 133 के तहत होगा कुत्ते पालने वालों के खिलाफ एक्सन....जिला प्रशासन कर रहा है विचार ........

अब धारा 133 के तहत होगा कुत्ते पालने वालों के खिलाफ एक्सन....जिला प्रशासन कर रहा है विचार ........

अरूण साथी 

अक्स न्यूज   लाइन ..नाहन, 13 सितंबर  

शहर के कई हिस्सों में अपने नीजि घरों में कायदे कानून को ताक पर रखकर भारी संख्या में कुत्ता पाल कर आसपास रहने वाले लोगों को परेशान करने वाले कुत्ते पालने वाले लोगों के खिलाफ  अब जिला प्रशासन धारा 133 के तहत कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है। ताकि कानून का साहारा लेकर घरों में पाले जा रहे भारी संख्या में कु त्तों को पुलिस फोर्स की मदद से हटाया जा सके। 
उधर लोगों का आरोप है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कारवाई करने में नगर परिषद व जिला प्रशासन चुप्पी साधे है।

मिली जानकारी के  अनुसार पक्का टैंक व छोटा चौंक क्षेत्र में खफा लोगों अब परेशान कर रहे कुत्ता पालने वालों लोगों से खुद ही उनके घरों में निपटने का प्लॉन बना चुके इस मामले में प्रशासन के रूख का इंतजार कर रहे है। मिली जानकारी के अनुसार शहर में लगातार सड़कों ,गलियों में घूमने वाले कुत्तों की बढ़ती तादाद से आम लोग परेशान हो चुका है,लगातार गंदगी बढ रही है। 

पैदल चलना मुश्किल हो चुका बदबू का आलम है कई गलियों में,शहर के पक्का टैंक, छोटा चौक, गुन्नुघाट में क्षेत्र में गलियों में घूमने वाले कुत्ते हमलावर हो चुके हैं अक्सर पैदल चलने वालों पर यह कुत्ते हमला कर रहे हैं। इन हिस्सों में कई लोगों ने कुत्तों की ब्रिङ्क्षडग भी कर रहे है। जोकि  शहरी क्षेत्र में गैरकानूनी है।
 प्रशासन के पास लगातार ऐसी शिकायत है तथ्यों के आधार पर कैमरा फुटेज के साथ भेजी गई है। आरोप है कि  लोगों की इतनी शिकायतों के बावजूद भी जिला प्रशासन इन लोगों पर कार्रवाई करने में बेबस बना हुआ है।  

यह भी जगजाहिर है कि जिला प्रशासन सीधे.सीधे एक्शन  लेने से परहेज करता रहा है लेकिन ऐसे लोगों से निपटने के लिए धारा 133 के तहत कार्रवाई करने का र्फामूला निकला गया है।
 जिसके तहत घरों में भारी संख्या में पाले जाने वाले कुत्तों को वहां से निकाल कर अन्य स्थानों पर भेजने का विकल्प तलाशा जा रहा है। जिला  प्रशासन के अनुसार एक विकल्प तो शहर के आसपास डॉग शेड़ बनाकर

शहर में घूमने वाले कुत्तों व घरों में भारी संख्या में रखे गए कुत्तों को वहां से निकाल कर यहां भेजे जाने का है। दूसरे समस्या से निपटने के लिए एनजीओ का सहारा भी लिया जाना प्रस्तावित है देश में ऐसी कोई एनजीओ काम कर रही है जो सड़कों गलियों में घूमने वाले आवारा कुत्तों को उठाकर अन्यत्र रखती है। ऐसे कुत्तों का इलाज करवाती है। 

महंगें कु त्ते पालने का क्रेज बढ रहा है 
आज के  दौर में घरों में कुत्ते पालना सोसायटी में स्टेटस ङ्क्षसबल बन गया है। शहर में महंगें कु त्ते पालने का क्रेज लगातार बढता जा रहा है। कुछ लोगों ने कई कई कुत्ते पाल रखे है जिनमें बड़े अधिकारी,डाक्टर, प्रोफैसर व उंची पहुंच वाले शामिल है। सुबह शाम इन कुत्ता घूमाने वालों सड़को पर चलते है । डॉग फाईटिंग हो रही है दुसरी गली के कुत्तों नोचने में भी देर नही करते यह कई पालतू कुत्ते। सड़कों पर गंदगी फैला रही है । बहुत से पालतू व आवारा कुत्ते पैदल चलने वालों पर हमला करके लोगों को घायल भी कर रहे है । 

- शहर में कु त्ते पालने वालों व सड़कों पर भारी संख्या में घूम रहे कुत्तों को लेकर शिकायतें संज्ञान में आई है। सभी विकल्प तालाशे जा रहे है। धारा 133 के तहत कारवाई पर विचार किया जा रहा है। 
- सुमित खिमटा,डीसी सिरमौर