नाहन :1,43,95000 की साइबर ठगी के दो बड़े मामलों में अब जांच सीआईडी के हवाले...फॉलोअप

नाहन :1,43,95000  की साइबर ठगी के दो बड़े मामलों में अब जांच सीआईडी के हवाले...फॉलोअप

अक्स न्यूज लाइन नाहन  04 नवंबर : 

साइबर क्राइम का यूं तो लगातार ग्राफ बढ़ रहा है। साइबर क्राइम के शातिर अपराधी आए  दिन   नये नये झांसो के साथ प्रलोभन देकर न केवल आम आदमी बल्कि पढे लिखे लोगों को अपना शिकार बना कर इनके बैंक खातों को चट कर रहे हैं।
 गौर करने लायक यह भी है  कि साइबर क्राइम के ज्यादातर शिकार रिटायर सीनियर  सिटीजन भी हो रहे है। जिनकी उम्र भर की, बैंकों जमा रकम को साइबर ठग हड़प चुके हैं। 

यहां नाहन शहर से जुड़े साइबर ठगी के दो ऐसे बड़े मामलों का ज़िक्र कर रहे हैं। 1,43,95000  रुपये की साइबर ठगी में पुलिस की जांच जारी है।

एक मामला अदालत में विचाराधीन है दूसरे में सीआईडी साइबर ठगों को तलाशने में लगी है।
मिली जानकारी के अनुसार नाहन शहर के  यह दोनों मामले सुबे अब तक हुए साइबर ठगी के बडे मामलों में शामिल है।
पुलिस स्टेशन नाहन में 2015 में  सीनियर सिटीजन रिटायर बैंक मैनेजर जसवंत सैनी के एफआईआर दर्ज कराई की उनके साइबर ठगी के जरिए 84.75 लाख रुपये बैंक से उड़ा लिए गए।

शिकायत के अनुसार 6 लोगों ने 61 बार ट्रान्जेक्शन के जरिए 24 अलग अलग बैंक खातों में उक्त रकम डलवाई थीं।।एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने 6 आरोपियों को दबोच कर उनके खिलाफ मामला बनाया 4 लाख की राशि रिकवर भी करली गई थी लेकिन शिकायत।कर्ता को अभी तक कुछ नहीं मिला।

सैनी ने बताया कि वर्ष 2021 में पुलिस में मामले  में चार्ज शीट अदालत में दायर की थी लेकिन   कुछ खामियां रही रिवाइज्ड चार्ज शीट दुबारा वर्ष 2024 में दायर हुईं हैं। साइबर ठगी यह  बड़ा  मामला अदालत में विचाराधीन है।

शहर में इस तरह का एक बड़ा मामला सितंबर माह 2025 में पेश आया जब मुंबई से अनजान फोन पर मिनी लॉन्ड्रिंग का  मामला बता कर एक सीनियर सिटीजन जीसी टांक व उनकी  पत्नी के बैंक खातों से 59.20 लाख रुपये आरटीजीएस के जरिए अपने बैंक खाते में डलवा लिये यह  कह  की यह राशि जांच के बाद 24 घण्टे के भीतर वापस लौट आयेगी।  जब राशि वापस नहीं लौटी तब शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।

जीसी टांक के मामले को सीआईंडी के हवाले कर दिया गया है। सरकार के ताजा आदेशों अनुसार 20 लाख की साइबर ठगी के मामलों की जांच पुलिस के बजाए स्टेट सीआईडी का साइबर सेल करेगा।
 उधर सिरमौर पुलिस ने साइबर ठगी के विभिन्न दर्ज मामलों में गहनता से जांच करते हुए 2025 में देश के विभिन्न राज्यों वेस्ट बंगाल, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, केरल व गुजरात आदि में टीमों को भेज कर 40 लाख रुपये की रिकवरी की है।

 साइबर ठगी को लेकर जनसाधारण को सदैव सचेत व सतर्क रहना चाहिए। साइबर ठगी का संदेह होने पर तत्काल 1930 पर कॉल करें। ऐसे में आपकी शिकायत रजिस्टर हो जायेगी। सीआइडी साइबर सेल की और से व्हाट्सएप के जरिए एक फॉर्म भरना होगा इसके साथ ही ठगी से सम्बंधित एक साथ चार खाते पल भर में फ्रिज हो जाएंगे।

एसपी एनएस नेगी कहतें है कि साइबर ठगी को लेकर लोगों को हमेशा सतर्क व सचेत रहना चाहिए। जरा सा सन्देह होने पर बिना समय गंवाए 1930 पर कॉल करें। एसपी ने बताया कि 2025 में पुलिस ने साइबर ठगी से सम्बंधित मामलों में 40 लाख रुपये रिकवर किए हैं। अदालत के आदेशों पर ही यह राशि दावेदारों में वितरित होगी।

 नेगी ने बताया कि 20 लाख रुपये से ऊपरकी साइबर ठगी के मामलों में अब जांच राज्य सीआईडी साइबर सेल को करने के आदेश दिये गए हैं ऐसे में नाहन में सितंबर माह में हुए सीनियर सिटीजन जी.सी. टांक के साथ मनी लॉन्ड्रिंग के नाम पर हुई 59.20 लाख ठगी मामले को सीडीआई को सौंप दिया गया है।