एक तरफ़ ा प्रस्ताव भेज कर दलित विरोधी रवैया दिखाया है प्रदेश सरकार ने
-गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने का मामला
40 प्रतिशत अनुसूचित जाति वर्ग क ी आबादी व प्रदेश जनजातीय एंव सामाजिक न्याय मंत्रालय को नजरअंदाज किया
नाहन, 6 जुलाई : गिरिपार अनुसूचित जाति अधिकार सरंक्षण समिति, दलित शोषण मुक्ति मंच, भीम आर्मी, अखिल भारतीय कोली समाज, अखिल भारतीय बाल्मीकि सभा ने जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि 11 जुलाई को ये सभी संगठन जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने की जो बात चल रही है। इस विषय मे सभी दलित संगठनों ने चिन्ता व्यक्त की है। यदि यह क्षेत्र जनजातीय घोषित हो जाता है इस क्षेत्र में रहने वाली अनुसूचित जाति वर्ग की 40 प्रतिशत आबादी को सरंक्षण और प्रतिनिधित्व प्रदान करने वाले अधिकार खत्म हो जाएंगे। दलित शोषण मुक्ति मंच के जिला संयोजक आशीष कुमार व अखिल भारतीय कोली समाज के जिला अध्यक्ष संयज पुंडीर ने
आरोप लगाया कि अगर क्षेत्र जनजातीय घोषित हो जाता है तो यँहा पर रहने वाले लोगों को सरंक्षण प्रदान करने वाले अधिकार समाप्त हो जाएंगे। जिला सिरमौर के इस क्षेत्र में और प्रदेश भर में दलित उत्पीडऩ और शोषण के मामले इन्ही 154 पंचायतो से आते हैं। उन्होने बताया कि 11 जुलाई को महा सम्मेलन और रोष रैली की जा रहा है जिसमे जिला भर से हजारों की संख्या में लोग भाग लेगें ताकि सरकार को जगाया जा सके । इस सम्मेलन में अनुसचित जाती वर्ग से निर्वाचित सभी राजनीतिक दलों के विधयकों को भी निमंत्रण दिया जा रहा है की जिस तरह वे हाटी समिति की खुमलियो में गए वे जरूर अनुसूचित जाति वर्ग की बैठकों में आ कर उनकी समस्यओं को सुने।
दलित शोषण मुक्ति मंच जिला संयोजक आशीष कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अनुसचित जाति वर्ग के हितों को ध्यान में रख कर एक तरफा प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। जिसमें जिला की 40 प्रतिशत आबादी को नजरअंदाज किया है और साथ ही प्रदेश के सामजिक न्याय मंत्रालय और जनजातीय मंत्रालय को भी नजरअंदाज किया है। क्योंकि जिस क्षेत्र में हर रोज शोषण की घटनाएं,मार पिटाई की घटनाएं और हत्याएं तक हो रही हो ऐसे क्षेत्र को जनजातीय घोषित करने और सजातीय होने का प्रस्ताव भेजना सरकार की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। बैठक में दलित शोषण मुक्ति मंच के संगड़ाह, राजगड़, शिलाई के संयोजक लायक़ राम, नैन सिंह , अमरचंद,भीम आर्मी जिला सिरमौर के अध्यक्ष सुरेन्द्र धर्मा , गिरिपार अनुसूचित जाति सरंक्षण समिति के महासचिव सुंदर सिंह, परसराम,अध्य्क्ष अनिल मंगेट, विनोद तोमर उपस्थित रहे।