संसद में हिमाचल -- बरसात के दौरान कुल्लू मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग बहाली के लिए अल्पाब्धि के तौर पर 27 . 5 करोड़ रूपये खर्चे

संसद में हिमाचल -- बरसात के दौरान कुल्लू मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग बहाली के लिए अल्पाब्धि के तौर पर 27 . 5 करोड़ रूपये खर्चे

अक़्स न्यूज लाइन, नई दिल्ली --22 दिसंबर
केन्द्रीय  सड़क परिवहन और  राष्ट्रीय  राजमार्ग मन्त्री  श्नितिन गडकरी  ने राज्य सभा सांसद सुश्री इंदु बाला गोस्वामी को संसद में बताया की गत बरसात के दौरान कुल्लू मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग को  हुई भारी  तबाही की जाँच और भबिष्य में ऐसे नुकसान को रोकने के लिए  केन्द्र  सरकार द्वारा आई आई टी  रूड़की, आई आई टी   मण्डी ,सीमा सड़क संगठन , केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय,इंजीनियरिंग इंडिया लिमिटेड , और इन्डस्ट्री के बिशेषज्ञों की  एक उच्चाधिकार समिति का गठन किया गया था /
समिति ने अपनी  रिपोर्ट  में कहा है की     कुल्लू -मनाली क्षेत्र में  आठ जुलाई से ग्यारह जुलाई 2023 को हुई

 भीषण बारिश और बादल फटने   की बजह से  ब्यास नदी  में भारी पत्थर बहने शुरू हो गए थे जिसे नदी का बेड/ तल स्तर   बढ़ गया और नदी राष्ट्रीय राजमार्ग की और मुड़ गई और नदी  का पानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गया जिससे कुल्लू मनाली के बीच 13 स्थानों पर सड़क पूरी तरह पानी में जलमग्न हो गई / उन्होंने बताया की समिति ने इसके उपायों के लिए  तत्काल , अल्पाब्धि और दीर्धकालीन तौर पर  तीन चरणों में उपाय करने का   सुझाब दिया है  तथा कुल्लू मनाली राष्ट्रीय  राज  मार्ग की  तत्काल बहाली के लिए अल्पाब्धि के तौर पर 27 . 5 करोड़ रूपये खर्चे गए हैं /

2 --केन्द्रीय  बिज्ञान और  प्रौद्योगिकी   राज्य मन्त्री  डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने   राज्य  सभा सांसद सुश्री इंदु बाला गोस्वामी को संसद में बताया पहली जनबरी 2014 से नवम्बर 2023  तक पिछले दस सालों के दौरान भारत से कुल 397 उपग्रह  कमर्शियल आधार पर लॉंच किये गए हैं  जिनके माधयम से देश को 157 मिलियन  

अमेरिकी डॉलर और 260 मिलियन यूरो बिदेशी  मुद्रा अर्जित की गई / उन्होंने बताया की इस दौरान ऑस्ट्रेलिया ,ऑस्ट्रिया ,बेल्जियम ,फ़िनलैंड ,फ्रांस ,ज़र्मनी ,इजराइल ,जापान ,कोरिया , इंग्लैंड और अमेरिका सहित अनेक देशों के उपग्रहों को  कमर्शियल आधार पर लांच किया गया / उन्होंने बताया की उपग्रह लांच बिज़नेस को अगले स्तर पर ले जाने के लिए अब बिदेशी रॉकेट को भारतीय उद्यमियों के माध्यम से उत्पादन करने के लिए प्रयत्न किये जा रहे हैं /
उन्होंने बताया इस इस समय तक लगभग 400 बिदेशी सैटेलाइट्स को भारतीय भूमि से लॉच किया जा चूका है