मेले एवं उत्सव हमारी समृद्ध संस्कृति व परम्पराओं के परिचायक - संजय अवस्थी
संजय अवस्थी ने इस अवसर पर प्राचीन माँ काली मंदिर में शीश नवाया और प्रदेशवासियों के सुखद एवं खुशहाल जीवन की कामना की। मुख्य संसदीय सचिव ने तदोपरांत अर्की के चौगान में उपस्थित जनसमूह को सायरोत्सव मेले की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सायरोत्सव अर्की सहित प्रदेश के जन-जन की आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह उत्सव हमें निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
संजय अवस्थी ने कहा कि मेले एवं उत्सव हमारी समृद्ध संस्कृति व परम्पराओं के परिचायक होते है। इन परम्पराओं की जानकारी युवा पीढ़ी तक पहुंचाने में मेले, उत्सव व त्यौहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि मान्यताओं के अनुसार अर्की सायरोत्सव का प्रथम आयोजन आज से 380 वर्ष पूर्व हुआ था। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए गौरव का विषय है कि आज भी इसका आयोजन पारम्परिक रूप से जारी है।
उन्होंने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र का सुनियोजित विकास उनका लक्ष्य है और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए यथासम्भव प्रयास किए जा रहे है। उपमण्डलाधिकारी अर्की यादविंदर पाल ने इस अवसर पर मुख्यातिथि का स्वागत किया और मेले की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की।
खण्ड कांग्रेस समिति के अध्यक्ष सतीश कश्यप, ज़िला कांग्रेस समिति के महासचिव प्यारे लाल, नगर पंचायत अर्की के अध्यक्ष अनुज गुप्ता, नगर पंचायत अर्की की पूर्व अध्यक्ष सीमा शर्मा, खण्ड कांग्रेस समिति के पूर्व अध्यक्ष रमेश ठाकुर, नगर पंचायत अर्की की पार्षद रुचि गुप्ता, ग्राम पंचायत रोहांज जलाना की प्रधान सुनीता गर्ग, खण्ड कांग्रेस समिति अर्की के सचिव कमलेश शर्मा, उपमण्डलाधिकारी अर्की यादविंदर पाल, मुख्य संसदीय सचिव की धर्मपत्नी मीनाक्षी अवस्थी, अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा ग्रामीण इस अवसर पर उपस्थित थे।