बोर्ड परीक्षाओं से जुड़े कामों में बरती जाए पारदर्शिता : रोहित ठाकुर

परीक्षाओं से जुड़े कामों में बरती जाए पारदर्शिता
उन्होंने कहा कि बच्चें बोर्ड परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए वर्षभर कड़ी महनत करते हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं से जुड़े सभी कार्यों में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विद्यार्थियों के भविषय को लेकर सजग है और उनसे जुड़े पहलुओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही सहनीय नहीं है। उन्होंने कहा कि पेपर सेटिंग और पेपर चेकिंग की व्यवस्था में पारदर्शिता का पूरा ध्यान दिया जाए। साथ ही निरंतर इस प्रक्रिया में रोटेशन की जाए। उन्होंने कहा कि इन प्रक्रियाओं से संबंधित कहीं भी कोई सुधार की आवश्यकता हो तो उसे तुरंत करें।
अन्य राज्यों के मॉडल किए जाएं स्टडी
रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड को अपनी सार्थकता और गुणवत्ता बढ़ाने की ओर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें देश के अन्य स्कूल बोर्डस् को स्टडी कर उनमें से श्रेष्ठ चीजों को अपने पाठ्यक्रमों और व्यवस्थाओं को अपनी कार्यप्रणाली में सम्मिलित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के समग्र विकास के लिए उन्हें योग, सांस्कृतिक पहलू, भाषा, खेल-कूद और हिमाचल से जुड़ी जानकारी उपलब्ध हो इसके लिए भी पाठ्यक्रम में प्रयास करने चाहिए।
इन बातों पर दिया जाए ध्यान
शिक्षा मंत्री ने कहा कि समय के साथ शिक्षा बोर्ड को अपनी कार्यप्रणाली में भी कुछ आवश्यक बदलाव करने चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के समय में कार्यों को करने के लिए सब्जेक्टिविटी से ज्यादा ओब्जेक्टिविटी पर बल दें। उन्होंने कहा कि इसके साथ तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग कर डिजिटाइजेशन की ओर बढ़ें।
टॉपर्स से स्थापित किया संवाद
इस दौरान शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने दसवीं बोर्ड की परीक्षा के टापर्स के साथ वर्चुअली संवाद भी किया तथा उनके अनुभवों और कैरियर के बारे में विस्तार से बातचीत की। शिक्षा मंत्री सभी टापर्स को बधाई देते हुए कहा कि भविष्य में इसी तरह से मेहनत कर अभिभावकों एवं शिक्षकों का नाम रोशन करें।
इससे पहले उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि स्कूल शिक्षा बोर्ड पूरी तरह से डिजीटाईज्ड हो गया है तथा विद्यार्थियों को रिजल्ट सहित अन्य डाक्यूमेंट्स की आनलाइन सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उपायुक्त ने कहा कि स्कूल शिक्षा बोर्ड में आईटी की आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि और भी बेहतर सुविधाएं मिल सकें।