प्रदेश में सेब की खेती घाटे का सौदा.... राकेश सिंघा
अक़्स न्यूज लाइन,शिमला--26 दिसंबर
हिमाचल प्रदेश में सेब की खेती घाटे का सौदा बन है। प्रदेश का बागवान बेहतर सेब पैदा तो करता है, लेकिन सेब की मंडी में उससे लूट हो जाती है। किसान और बागवान आढ़तियों से अपने पैसे भी नहीं ले पा रहे हैं। सेब उत्पादकों ने आरोप लगाया कि किसानों की सब्सिडी बंद करके बड़े उद्योगपतियों को कोल्ड स्टोर लगाने के लिए सब्सिडी दी जा रही है। सेब उत्पादक संघ के राज्य सम्मेलन में पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि सेब मंडी में नियंत्रण करने का जो कानून है, उसकी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
प्रदेश सरकार की नीति के अनुसार सेब किलो के हिसाब से बिकेगा। मंडी में 24 किलो से अधिक सेब नहीं बेचा जाएगा लेकिन मंडी के अंदर जो आढ़ती ने तय किया वही हुआ और 40 किलो की पेटी भी बिक गई। करोड़ों का रुपये आढ़तियों ने बागवानों का दबाकर रखा है जो बागवानों को अभी तक नहीं मिल पाया है। सेब उत्पादक संघ का राज्य स्तरीय सम्मेलन में सेब उत्पादकों की विभिन्न समस्याओं पर भी चर्चा की गई और रणनीति बनाई। इस दौरान
राज्य अध्यक्ष सोहन सिंह ठाकुर ने कहा कि खेती में जो लागत लग रही है और खेती के सभी उपकरण महंगे हो रहे हैं। इसके कारण बागवानों की आय में कटौती हो रही है जो बागवानों के लिए घाटे का सौदा हो रहा है।