केंद्र व प्रदेश सरकार मिड डे मील वर्करों का शोषण कर रही है : रमा
अक़्स न्यूज लाइन,शिमला--26 दिसंबर
मिड डे मील वर्कर्स यूनियन जुब्बल ब्लॉक की बैठक को संबोधित करते हुए जुब्बल ब्लॉक प्रधान रमा चौहान और महासचिव सुल्क्षणा ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की सुक्खू सरकार और केंद्र सरकार मिडडे मील वर्करों का शोषण कर रही है। केंद्र सरकार ने 2013-14 में हुए श्रम सम्मेलनों की सिफारिशों को लागू नहीं किया है। इसमे मिडडे मील और अन्य योजना कर्मियों को मजदूर का दर्जा देने की बात मानी गई थी। वर्ष 2009 से अभी तक केंद्र की तरफ से एक रुपये भी वेतन बढ़ोतरी नही की गई है।
प्रदेश की सुक्खू सरकार भी मिडडे मील वर्करों की अनदेखी कर रही है। मिडडे मील वर्करों को समय पर मानदेय नही मिलता है। कई बार तो चार माह के बाद मानदेय दिया जाता है। उसमें भी कटौती की जाती है। यूनियन की मांग है कि मिड डे मील वर्करों को हर महीने की दो तारीख को मानदेय दिया जाए। सरकार 25 बच्चों की संख्या की शर्त को हटाए। इसके कारण मिड डे मील वर्करों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
उन्होंने मांग की कि नई शिक्षा नीति को लागू न किया जाए। इसके अलावा मिड डे मील वर्करों को भी आंगनबाड़ी की तर्ज पर वर्ष में 20 छुट्टियां दी जाए। सीटू जिला महासचिव अजय दुल्टा मौजूद रहे।